प्रोफेसर ने पहली और दूसरी लहर के आधार पर तैयार किए मॉडल के आधार पर कोरोना सेकंड वेव का पीक टाइम और उसके समाप्ति की जानकारी दी है। हालांकि पिछले माह से शुरू हुए इस मॉडल का अनुमान अब तक लगभग सही जा रहा है। इसी मॉडल के अनुसार जुलाई तक पूरे देश में कोरोना की स्थिति लगभग सामान्य हो जाएगी। उन्होंने यह भी कहा सामान्य स्थिति का इंतजार करने की बजाय अगली तैयारी जोरदार तरीके से करने की जरूरत है। इससे अक्टूबर में आने वाली थर्ड वेव के खतरे को कम किया जा सके। इसके लिए जरूरी है कि सेकेंड वेव खत्म होने के बाद भी मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराया जाए। साथ ही अक्टूबर से पहले तक 90 फीसदी लोगों को वैक्सीनेशन हो जाए।
उन्होंने बताया कि महामारी की भयावहता को मापने के लिए आर नॉट वैल्यू निकाली जाती है। कोरोना की फर्स्ट वेव में आर नॉट वैल्यू दो से तीन के करीब थी। मतलब एक व्यक्ति दो से तीन लोगों को संक्रमित कर रहा था। जबकि सेकेंड वेव में आर नॉट वैल्यू चार से पांच के करीब है। मतलब एक व्यक्ति कम से कम चार से पांच लोगों को संक्रमित कर रहा है। आर नॉट वैल्यू एक से कम होने पर यह महामारी खत्म हो जाती है।