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कानपुर

बोर्ड परीक्षा के मूल्यांकन के दौरान परीक्षक चकरा गए, जब एक कॉपी में परीक्षार्थी ने कुछ ऐसी अपील लिखी

कॉपी में प्रश्नों के उत्तर की बजाय लिखा कि ‘सर पास कर देना पाकिस्तान से बदला लेने जाना है। हे कॉपी जांचने वाले भगवान तुम्ही से पूरी उम्मीद है।

कानपुरMar 18, 2019 / 04:03 pm

Arvind Kumar Verma

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बोर्ड परीक्षा के मूल्यांकन के दौरान परीक्षक चकरा गए, जब एक कॉपी में परीक्षार्थी ने कुछ ऐसी अपील लिखी

कानपुर देहात-यूपी बोर्ड परीक्षाओं के समापन के बाद मूल्यांकन का कार्य जारी है। हालांकि इस समय मूल्यांकन अंतिम चरण पर चल रहा है। कानपुर देहात के अकबरपुर इंटर कालेज में परीक्षकों द्वारा उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जा रहा है। मूल्यांकन करते समय परीक्षक उस समय अचंभे में पड़ गए। जब कुछ उत्तर पुस्तिकाओं में उन्होंने अजीबो गरीब सहानुभूति से ओतप्रोत स्लोगन पढ़े। कापियों में परीक्षार्थियों ने पास होने के लिए कुछ इस तरह परीक्षकों से गुहार लगाई है। एक कॉपी में प्रश्नों के उत्तर की बजाय लिखा कि ‘सर पास कर देना पाकिस्तान से बदला लेने जाना है। हे कॉपी जांचने वाले भगवान तुम्ही से पूरी उम्मीद है। परीक्षा तो बर्बाद हो गयी है, बस आपसे ही आखिरी उम्मीद बची है। निराश नही करना वरना कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं रहूंगा।
उत्तर पुस्तिकाओं में ऐसे स्लोगन देख कॉपी चेक कर रहे परीक्षक का दिमाग चकरा गया। क्योंकि परीक्षार्थी ने मार्मिक अपील करते हुए पास होने की गुहार लगाई थी। उसका कहना था कि अगर पास नहीं हो पाऊंगा तो सेना में भर्ती नही हो पाऊंगा। परीक्षार्थी ने बहुत रोचक तरीके से लिखा कि सर मेरे मामा जी सेना में थे, जो कि आतंकियों से लड़ते हुए शहीद हो गए हैं। सर पास जरूर कर देना। पाकिस्तान से बदला लेने जाना है। यदि पास नही हुआ तो सेना में नही जा सकूंगा। सेना में भर्ती न हो पाने के कारण मामा की शहादत का बदला नही के पाऊंगा। परीक्षार्थी की इस अपील को पढ़ने के बाद पहले तो परीक्षक चौकन्ने हुए लेकिन बाद में वहां मौजूद परीक्षकों की हंसी रुकते नही बनी और जमकर हंसी ठिठोली हुई।
दरअसल प्रत्येक वर्ष मूल्यांकन में उत्तर पुस्तिकाओं में छात्रों द्वारा रखे गए रुपये निकलते थे, जो कि परीक्षक अच्छी तरह जानते है कि परीक्षार्थी पास होने के लिए नए नए हथकंडे अपनाते हैं। इसलिए इन स्लोगन का परीक्षकों पर कोई असर नही हुआ और प्रेक्षकों ने नियमानुसार कापियों का मूल्यांकन किया। बताया गया कि इस बार गणित विषय की कापियों में नोट तो नहीं निकल रहे लेकिन परीक्षार्थियों ने उत्तर पुस्तिकाओं में प्रश्न हूबहू उतार दिए हैं। कुछ भी हो लेकिन इससे परीक्षा में सख्ती होने की बात जरूर सामने आ रही है।
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