इधर पुलिस की कार्यशैली परिजनों को तब रास नही आई, जब पुलिस ने गिरफ्त में आये लोडर चालक को छोड़ दिया। यहां परिजनों कस आरोप है कि उन्होंने पुलिस को तहरीर दी लेकिन मयकदमा दर्ज नही किया गया। वहीं छात्रा की मौत के बाद आनन फानन में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। इधर जिला अस्पताल में दूसरी छात्रा का इलाज चल रहा है। बताया गया कि उसके पूरे शरीर में चोटें आई हैं साथ ही हाँथ व पैर टूट गया है। मासूम छात्रा के हालात ये हैं कि जब उसे होश आता है तो उसके सामने वह वीभत्स दृश्य कौंध जाता है। इस दौरान पुलिस द्वारा बयान लेने पर बदहवास छात्रा के बयान बार बार बदल रहे हैं, इससे पुलिस भी पशोपेश में उलझी हुई है।
जब छात्रा से घटना के बावत पूंछा गया तो उसने बताया कि वह जनता इंटर कालेज बढ़ापुर से अर्धवार्षिक परीक्षा देकर अपनी सहेली के साथ वापस गांव मोहम्मदपुर जाने के लिए विद्यालय के समीप हाईवे पर वाहन का इंतजार कर रही थी। इस बीच आ रहे लोडर चालक ने अपने लोडर में लिफ्ट देते हुए बैठा लिया। गांव से थोड़ा पहले ही गाड़ी रोकने के लिए जब चालक से कहा तो उसने रोकने की बजाय रफ्तार बढ़ा। इसलिए चालक से खुद को बचाने के लिए हम लोग कूद गए और लड़खड़ाते हुए सड़क पर दूर जा गिरे। ऊधर पुलिस द्वारा गिरफ्त में आये चालक को छोड़ने के बाद फिर छात्रा की मौत के बाद अज्ञात के खिलाफ मुकदमा लिखना पुलिस के गले की फांस बनाती जा रही है। फिलहाल पुलिस चालक को पकड़कर जल्द घटना का पर्दाफाश करने की बात कह रही है।