कानपुर देहात के मूसानगर निवासी सुरेश सिंह न अपनी गर्भवती पत्नी अंकिता यादव को एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया था। बीते दिन उसने एक नवजात शिशु को आपरेशन से जन्म दिया है। हालात ऐसे आ खड़े हुए कि इधर उसका प्रसव हुआ और उधर बीटीसी चतुर्थ सेमेस्टर की पढ़ाई कर रही अंकिता की परीक्षा आ गयी। पेपर होने के चलते वह कठिन राह पर आ खड़ी हुई। पति सुरेश ने बताया कि जैसे तैसे इन नाज़ुक हालात में एक एम्बुलेंस में उसे परीक्षा केंद्र पुखरायां ले जाया गया। जब वह परीक्षा केंद्र पहुंची तो इन हालातों को देख विधालय प्रबंधन को कुछ नहीं सूझा।
इसके बाद केंद्र व्यवस्थापक एवं प्रधानाचार्य की अनुमति से उसकी परीक्षा प्रधानाचार्य कक्ष के सामने एम्बुलेंस में ही लिटाकर कराई गई। इस बीच दोनों पालियों की परीक्षा उसने एम्बुलेंस में लेटकर दी। केंद्र व्यवस्थापक व प्रधानाचार्य ब्रजकिशोर अग्रवाल ने बताया कि बीटीसी परीक्षार्थी अंकिता यादव को परीक्षा कक्ष में बैठकर परीक्षा देने में समस्या आ रही थी। इसलिए उसे सहानुभूति के कारण एंबुलेंस में बैठकर परीक्षा देने की अनुमति दी गई। परीक्षार्थी ने दोनों पालियों में बीटीसी चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा दी।