पत्नी के चलते खाया जहर
2014 बैच के आईपीएस अफसर सुरेंद्र दास निवासी बलिया का शनिवार की दोपहर रीजेंसी अस्पताल में निधन हो गया। उनकी मौत की खबर मिलते ही एडीजी अविनाश चंद्रा, एसएसपी अनंद देव, डीएम विजय विश्वास पंत अस्पताल जाकर आईपीएस के परिवार को ढांढस बंधाया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। यहां डीएम की मौजूदगी में डॉक्टर्स की टीम उनके शव का पोस्टमार्टम किया। आईपीएस के शव का दाहसंस्कार लखनऊ में किया जाएगा। एसएसपी अंनत देव ने बताया कि मृतक आईपीएस के परिजनों ने अभी पुलिस को तहरीर नहीं दी। दाह संस्कार के बाद परिजनों से बात की जाएगी। साथ ही पुलिस पूरे प्रकरण की जांच कर रही है। यदि पत्नी के प्रताड़ना की बात सामने निकल कर आती है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं रीजेंसी अस्पताल के चीफ मेडिकल सुपरिंडेंट डॉक्टर राजेश अग्रवाल ने मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए बताया कि एसपी सुरेंद्र दास को हम बचा नहीं सके। 12 बजकर 19 मिनट पर उनके दिल ने काम करना बंद कर दिया, जिससे उनकी मौत हो गयी।
सुसाइड नोट में लिखा दर्द
एसपी पूर्वी आईपीएस सुरेंद्र कुमार दास पिछले कई दिनों से डिप्रेशन के शिकार थे। वो आफिस के बजाए अपने सरकारी बंगले में ज्यादा वक्त बिताते थे। उनका पंदह दिन पहले पत्नी रवीना के साथ किसी बात को लेकर विवाद हुआ था और उसी दिन उन्होंने इस दुनिया से जाने का प्लॉन तैयार कर लिया था। वह गूगल पर हफ्ते भर से आत्महत्या के तरीकों को सर्च कर रहे थे। तमाम तरीके सर्च करने के बाद उन्होंने ब्लेड से नस काटने और जहर खाकर जान देने पर फोकस किया। ज्यादा दर्द न हो और किसी को पता नहीं चले इसलिए अंत में जहर खाकर जान देने का निर्णय लिया। खुद आईपीएस के सुसाइड नोट पर यह बातें लिखींं पाई गई हैं। आईपीएस ने सुसाइड नोट में लिखा है कि तुम अक्सर मेरे साथ विवाद करती हो। मेरे मोबाइल और पर्सनल जिंदगी की जासूसी करती हो। तुम मुझे नहीं छोड़ सकती, पर मैं तुम्हें और अपने परिजनों को छोड़ ईश्वर की शरण में जा रहा हूं।
हिन्दी-अंग्रेजी में सुसाइड नोट
आईपीएस सुरेंद्र दास ने मौत को गले लगाने से पहले लाल स्याही से सुसाइड नोट लिखा। ऊपर की कुछ लाइनें हिन्दी में तो नीचे अंग्रेजी भाषा का इस्तेमाल किया। सुसाइड नोट में पारिवारिक कलह, पत्नी डॉ. रवीना से छोटी-छोटी बातों पर झगड़े का जिक्र है। सुरेंद्र कुमार ने 25 ग्राम सल्फास खाया था। फोरेंसिक टीम को उनके कमरे से सल्फास पाउडर के तीन खाली पाउच मिले हैं। दो 10-10 ग्राम के और एक पांच ग्राम का है। रीजेंसी के डॉक्टर अग्रवाल ने बताया कि 25 मिलीग्राम सल्फास खाने के बाद इंसान को बचाने बहुत कठिन होता है। हमने और अन्य डॉम्क्टर्स ने अपने तरीके से आईपीएस को बचाने के लिए दिनरात मेहनत की, पर कामयाब नहीं हो सके। जहर की मात्रा अधिक होने के चलते एक-एक कर उनके शरीर के सारे पार्ट खराब हो गए।
लखनऊ में होगा दाह संस्कार
एसएसपी अनंत देव ने बताया कि आईपीएस के परिजनों की मांग पर उनके शव का दाह संस्कार लखनऊ में किया जाएगा। पोस्टमार्टम के बाद कानपुर पुलिस उनके शव को लेकर राजधानी जाएगी और पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके शव का दाहसंस्कार किया जाएगा। मृतक आईपीएस के चारों दोस्त, माता, दोनों बहनें और बड़े भाई शव लेकर लखनऊ के लिए निकल गए हैं। जबकि उनकी पत्नी रवीना त्यागी व ससुर देररात से ही अस्पताल से गायब हैं। मौत की खबर के बाद भी पत्नी रवीना शव को देखने के लिए नहीं आई। आईपीएस के भाई ने इतना कहा कि लखनऊ जाने के बाद आगे की कार्रवाई पर विचार करेंगे।