लगाई चौपाल
कारागार मंत्री जय कुमार जैकी गुरूवार की सुबह घाटमपुर विधानसभा क्षेत्र के चाइनपुर लाव-लश्कर के साथ पहुंचे। ग्रामीणों के बीच चौपाल लगाई और भाजपा उम्मीदवार उपेंद्र पासवान को वोट देने की अपील की। इस मौके पर मंत्री ने कहा कि दिवगंत मंत्री कमलरानी वरूण ने महज ढाई वर्षो में दोआब की नक्शा बदल दिया। बिना भेदभाव के क्षेत्र का उन्होंने विकास किया। उनके निधन के बाद पार्टी ने उपेंद्र पासवान को उम्मीदवार बनाया है। इसलिए इन्हें भारी मतों से जिताकर विधानसभा भेजें। जिससे कि यहां विकास का पहिया न रूके।
पर नहीं किया विकास
कारागार मंत्री ने बताया कि घाटमपुर विधानसभा सीट पर आजादी के बाद पहली बार कमल का फूल खिला था। इसके पहले यहां से कांग्रेस, सपा व बसपा के उम्मीदवार चुनाव जीतते रहे, पर दोआब का विकास नहीं किया। प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद कानपुर, फतेहपुर और बंुदेलखंड से सटी इस सीट पर सरकार ने जमीन पर विकास कार्य किया। कोरोना महामारी के दौर पर यहां मजदूर, किसान, गरीब के घर राशन, पेंशन और किसान निधि से सीधे पैसा पहुंचाया गया। बिचैलिए, माफियाओं का सलाखों के पीछे भेजा जा रहा है। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश विकास के पथ पर बड़ी तेजी से आगे बड़ रहा है। आने वाले वर्षो में सूबा देश का सबसे विकसित राज्य बनकर रहेगा।
विपक्ष पर बोला हमला
कारागार मंत्री ने कहा कि विपक्षियों के लिए अपने खानदान का हित सर्वोपरि है। 15 साल तक प्रदेश की सत्ता पर काबिज रहने वाली बसपा और सपा के पास उपलब्धि के नाम पर केवल भ्रष्टाचार और अराजकता के अलावा कुछ नहीं है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि समय-समय पर इन दलों ने लोकतंत्र और संविधान का गला घोंटा है। जिसका नजीता रहा कि देश व प्रदेश की जनता ने इन्हें नकारते हुए भाजपा के हाथों में सत्ता सौंपी।
चैतरफा विकास
कारागार मंत्री ने कहा कि विकास की असली शुरुआत तो छह साल पहले केंन्द्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुआई में बनने वाली सरकार के साथ हुई है। उन्हीं के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश में काम हो रहे हैं। चैतरफा विकास के नाते भाजपा की लोकप्रियता बढ़ रही हैं। कानपुर में मेट्रो का कार्य तेजी स ेचल रहा है तो घाटमपुर में पाॅवर प्लांट का निर्माण हो चुका है। घाटमपुर और जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र की नहरों में पिछले कई दशकों से पानी नहीं आ रहा था। योगी सरकार आने के बाद अब नहर जलमंग्न हैं। किसान खुशहाल है तो मजदूरों को मनरेगा के तहत गांव में रोजगार मुहैया कराया जा रहा है।