उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस शासन की शीर्ष प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों में से एक है। शिकायतों में किसी भी प्रकार की कोई शिथिलता बर्दाश्त नही की जायेगी। तहसील दिवस में जल निगम अधिकारी व विद्युत अधिकारी की अनुपस्थित पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने स्पष्टीकरण के निर्देश दिये है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो शिकायत आपको प्राप्त कराई जा रही है, उनका निस्तारण निष्पक्ष होकर गुणवत्तापूर्ण तरीके से करते हुए संबंधित शिकायतकर्ता को अवगत भी कराएं। शिकायतों के निस्तारण में समयबद्धता का पूरा ध्यान रखा जाए। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। क्योंकि प्रदेश सरकार दृढ़ संकल्पित है कि किसी भी कमजोर, गरीब व्यक्ति को कोई परेशान या सताया न जाये। उसकी समस्याओं को सुना जाए एवं नियमानुसार उसको न्याय दिलाया जाए।
जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों से कहा कि आईजीआरएस के शिकायतों में जो विभाग डिफाल्टर की श्रेणी में है, वह समय से गुणवत्ता के साथ निस्तारण कर लें नही तो उनके लिए कठोर कार्यवाही की जायेगी। कहा कि आईजीआरएस की बैठक में जो विभाग डिफाल्टर की श्रेणी में आयेंगे, उनके खिलाफ कडी कार्यवाही की जायेगी। इस दौरान जिलाधिकारी ने आपूर्ति विभाग, विद्युत, व राजस्व, पुलिस, विकास आदि की सबसे ज्यादा शिकायतें प्राप्त होने पर संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि विद्युत आपूर्ति रोस्टर के अनुसार आपूर्ति व समय से ट्रान्सफार्मर बदलना, जर्जर तारों को बदलना, विद्युत विभाग के अधिकारी गंभीरता से ले अन्यथा उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही करते हुए शासन को पत्र भेजा जायेगा।