कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन को विकसित करने के लिए देश की दो प्रमुख इंजीनियरिंग इंटरप्राइजेज कंपनियां ब्रिज एंड रूफ कंपनी और ईपीआईएल (इंजीनियरिंग प्राजेक्ट्स इंडिया लिमिटेड) का रेलवे की आईआरएसडीसी (इंडियन रेलवे स्टेशन्स डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड) के बीच अनुबंध हो चुका है। इसके तहत कैंट साइड में सभी यात्री सुविधाओं वाली एक तीन मंजिला इमारत बनेगी। एनसीआर के सीपीआरओ अजीत कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि ट्रेनों के संचालन पर आधारभूत ढांचे को मजबूत करने पर जोर दिया गया है। किस मद में कितना बजट आवंटित हुआ है, इसका आंकलन किया जा रहा है। रेल बजट में यात्री सुविधाओं पर जोर दिया जाएगा।
कानपुर सेंट्रल पर कैंट साइड में बनने वाली इस बिल्डिंग में यात्रा टिकट, प्लेटफार्म टिकट, टिकट आरक्षण केंद्र, पूछताछ केंद्र, वेटिंग रूम और रेलवे से संबंधित सभी कार्यालय होंगे। खरीदारी के लिए एक मॉल होगा, इससे सीधे यात्री प्लेटफार्म पर तभी जाएगा, जब उसकी ट्रेन आनी हो। इसके बगल में एक फौव्वारा होगा, देखने में बेहद खूबसूरत लेकिन पुरानी वास्तुकला में पुरानी बिल्डिंग जैसी दिखेगी। यहां एकल प्रवेश के लिए स्कैनर होगा। वाहन इसके पार जाकर ही सेंट्रल परिसर की पार्किंग में आ जा सकेंगे। गलत दिशा से वाहन निकलने पर स्वचलित टायर पंचर सिस्टम से टायर पंचर हो जाएंगे।
बजट में किए गए प्रावधान के तहत दिल्ली-हावड़ा रूट पर ट्रैक किनारे रेलवे की जमीन पर सोलर एनर्जी ग्रिड लगेगी। इससे इलेक्ट्रिक ट्रेनों को चलाने में सौर ऊर्जा का बड़ा हिस्सा इस्तेमाल होगा। इससे खर्च भी कम आएगा। इसके अलावा अनवरगंज रेलवे स्टेशन और गोविंदपुरी रेलवे स्टेशन पर फ्री वाईफाई की सुविधा दी जाएगी। अभी तक कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर मुफ्त इंटरनेट की सेवा मिल रही है। बनारस से इंदौर के लिए दूसरी कारपोरेट ट्रेन का एलान हो चुका है। इलाहाबाद से दिल्ली के लिए भी कारपोरेट ट्रेन चलाई जाएगी।