प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया कानपुर महानगर अध्यक्ष आशीष चौबे ने कहाकि, हाथरस के जिला अधिकारी प्रवीण कुमार ने बिना पीड़िता के परिजनों की रजामंदी के शव का अंतिम संस्कार करा दिया था। जबकि परिजनों को अंतिम संस्कार करने का संवैधानिक अधिकार है। प्रशासन ने जल्दबाजी दिखाते हुए सबूतों को मिटाने के लिए देर रात शव को जलवा दिया था। जबकि हिंदू रीति रिवाज में सूर्यास्त के बाद शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाता है। जिसकी प्रसपा घोर निंदा व विरोध करती है।
आशीष चौबे ने कहाकि, हाथरस जिलाधिकारी एवं प्रशासन का पीड़ित परिवार को धमकाना बड़ा ही शर्मसार कर देने वाला है जो कि लगातार मीडिया के माध्यम से दिखाई दे रहा है। पीड़ित परिवार के साथ सहानुभूति करने वाले मीडियाकर्मियों व राजनीतिक दलों के लोगों के साथ भी अभद्र व्यवहार किया गया जिसकी प्रसपा घोर निंदा करती है।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया कानपुर महानगर उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री से यह मांग करती है कि जिलाधिकारी हाथरस के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए और इस प्रकरण में दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।
पुतला फूंकने वालों में प्रमुख रूप से हरी कुशवाहा, रिजवान अहमद, ऋषि दुबे, किसलय दीक्षित, शैलेंद्र मिश्रा, दीपू पांडे, राजू खन्ना, आयुष दीक्षित, उद्देश्य बाजपेई, मोनू श्रीवास्तव, उत्कर्ष मिश्रा, दीपक श्रीवास्तव, एसएन सिंह, प्रभात गहरवार, मोहम्मद कैफ, सोनू गहरवार, सुरेंद्र महतो, हिमांशु, अभिषेक यादव, बबलू यादव संदीप कनोजिया सत्यपाल अंबेडकर प्रवीण कुमार मनीष कनौजिया, मोहित विद्यार्थी, शिवम कुमार, प्रवीण गहरवार, मनीष हटी आदि मौजूद रहे।