पुलिस लाइन में प्रतिसार निरीक्षक समेत 46 पुलिस कर्मियों के स्वास्थ्य की जांच की गई। इसमें 35 से ज्यादा पुलिस कर्मियों को बीपी व शुगर की दिक्कत मिली। कई ने सीने में दर्द और सांस लेने में परेशानी भी बताई। कई को आंखों में दिक्कत थी। छह पुलिस कर्मी तो इनते ज्यादा अधिक बीमार मिले कि उनको उर्सला रेफर करना पड़ गया। जब पुलिस विभाग के आला अफसरों के सामने यह रिपोर्ट आई तो उनके होश उड़ गए।
उर्सला के चेस्ट फिजिशियन अरविंद अवस्थी, नेत्र सर्जन एमएस लाल, डेन्टिस्ट एके गुप्ता, ईएंडटी कालका प्रसाद और पुलिस लाइन के चीफ फार्मासिस्ट एचसी वर्मा की टीम ने पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य की जांच की। जिसमें पता चला कि तनाव और छुट्टी न मिलने के दबाव में पुलिस कर्मी बीमार हो रहे हैं। तनाव के चलते सबसे ज्यादा पुलिस कर्मी हाई बीपी के शिकार हो रहे हैं। उनमें शुगर भी बढ़ी है।
संजय भदौरिया ने बताया कि दवा लिखने के बावजूद कई पुलिस कर्मी काम अधिक होने की वजह से दवा नहीं ले पा रहे। इसलिए उनकी बीमारी कम नहीं हो रही। लगातार ड्यूटी के चलते उनकी मानसिक स्थिति पर भी असर पड़ रहा है, जिसका असर उनके व्यवहार पर दिख रहा है। कानून व्यवस्था के नियंत्रण की कोशिश में उनका शरीर अनियंत्रित हो रहा है।