अगले सत्र तक रोबोटिक्स को पॉलीटेक्निक के कोर्स में शामिल कर दिया जाएगा। शोध, विकास एवं प्रशिक्षण संस्थान (आईआरडीटी) के निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि इसकी तैयारी जोरों पर चल रही है। आईआईटी मुंबई के प्रो. कवि आर्य की सलाह पर पूरी योजना को मूर्तरूप दिया जा रहा है। मुंबई में नेशनल मिशन ऑफ एजुकेशन के तहत ई-यंत्रा पर प्रोग्राम हो चुका है। कोर्स तैयार होने के बाद शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। निदेशक के मुताबिक रोबोटिक्स पॉलीटेक्निक के छात्रों के कॅरियर को नई दिशा देगा। इसे पढऩे के लिए इंटर पास होना अनिवार्य रहेगा। दो साल के सिलेबस में सिर्फ पीसीएम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ) के स्टूडेंट्स ही दाखिला ले सकेंगे। उन छात्रों को विशेषकर लाभ होगा, जो गणित में काफी होनहार हैं।
यह ऑटोमेटिक मैकेनिकल डिवाइस होता है जो कंप्यूटर प्रोग्राम या इलेक्ट्रॉनिक मशीनों की मदद से वो काम करता है जिसे करने को कहा जाता है। यह ऐसा सिस्टम है जिसमें सेंसर्स, कंट्रोल सिस्टम, मेनुपुलेटर्स, पावर सप्लाई और सॉफ्टवेयर का मिश्रण होता है। इस कोर्स के तहत छात्र आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कंप्यूटर एडेड मैन्यूफैक्चरिंग, इंटीग्रेटेड मैन्यूफैक्चरिंग सिस्टम, कंप्यूटर ज्योमेट्री, रोबोट मोशन प्लानिंग, डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स में ट्रेंड किए जाते हैं। आधुनिक समय में रोबोट से काम करवाना जरूरत बन गया। सबसे अहम कार्य मैनपॉवर का कम प्रयोग होना है।