यूपी में बनेगी नई संस्कृति नीति, मिलेगा ढेर सारा रोजगार गर्मियों में दोगुना :- आंकड़ों को अगर देखें तो अंडों की खपत गर्मियों में दोगुना हो गई। अचरज की बात तो ये है कि सर्दियों से अधिक अंडे अप्रैल-मई में खाए गए। दिसंबर-जनवरी में जहां आठ लाख अंडे प्रति दिन खाए गए वहीं अप्रैल-मई में ये संख्या बढ़कर 15 लाख तक पहुंच गई। जिसके बाद अंडों की कीमत बढ़ गई। अंडा 4 रुपए से बढ़कर 7 रुपए हो गए हैं। चिकन के दाम भी तीन गुना हो गए हैं। थोक में चिकन 110 रुपए किलो है लेकिन फुटकर में 300 रुपए किलो बिक रहा है।
कोरोना संक्रमित के लिए अंडा और चिकन जरूरी :- अंडे और चिकन की बिक्री बढ़ाने में केन्द्र सरकार की एक सलाह ने बड़ा काम किया। केंद्र सरकार ने कोविड-19 संक्रमितों के लिए भरपूर प्रोटीन वाले फूड अंडे-चिकन को भोजन में शामिल करने की सलाह दी है। अंडे में 11 फीसद प्रोटीन कंटेंट होता है। लोग कम कीमत पर मिलने वाले इस हाई प्रोटीन आइटम को जमकर खरीद रहे हैं। जनवरी में प्रति व्यक्ति अंडे की खपत 5 थी, यह मई में बढ़कर 8 हो गई।
इस वर्ष एक व्यक्ति की खपत 100 अंडे की उम्मीद :- ब्वायलेर फेडरेशन के अनुसार, वर्ष 2019-20 में सालभर में एक व्यक्ति ने 87 अंडे खाए, जो इस साल 100 पार होने की उम्मीद है। कुल उत्पादन का 98 फीसदी अंडे देश में ही खप जाते हैं। अंडो का कारोबार करने वाली कंपनियों का कारोबार पिछले एक साल में 100 फीसदी से ज्यादा बढ़ा है।
300 रुपए में बिक रही चिकन :- फार्मी चिकन का रेट 110 रुपए किलो है। मई में 70 रुपए किलो थोक में चिकन बिका। फुटकर विक्रेताओं ने जमकर मुनाफा कमाया और आज भी 300 रुपए किलो में बिक रहा है। अनलॉक जैसे-जैसे खुलेगा, चिकन के रेट 200 रुपए किलो में आ जाएंगे। फिलहाल शहर में 50 हजार बर्ड रोज बिक रही हैं।
अंडा-चिकन खपत व मांग बढ़ी :- पोल्ट्री फार्मर ब्वायलर वेलफेयर फेडरेशन अध्यक्ष एफएम शेख बताते हैं कि, देश विदेश के मेडिकल संस्थान, डॉक्टर्स एवं भारत सरकार ने इम्युनिटी बढ़ाने, कोरोना संक्रमण से रिकवरी व वैक्सीन स्ट्रैस के लिए चिकन-अंडों के सेवन की सिफारिश की है। उपभोक्ता पोल्ट्री उत्पाद के गुणों व महत्व से जागरूक हुए है खपत व मांग बढ़ रही है।