तो खुली पोल
करिश्मा ठाकुर ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ की अक्सर बात करते हैं। पर भाजपा का पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर बलात्कार के आरोप में फंसा तो इसकी पोल खुलकर सामनें आ गई। भाजपा के नेता चुनाव के वक्त कहते कुछ हैं और जीत के बाद सारे वादे भूल जाते हैं। अब जनता इनकी कथनी-करनी जान चुकी है और उपचुनाव में कांग्रेस फिर से वापसी करने के साथ ही गोविन्द नगर सीट पर जीत दर्ज करेगी।
खुले में शौंच को जा रहे लोग
करिश्मा ठाकुर ने कहा कि पिछले तीन माह से दिल्ली से आकर गोविन्द नगर क्षेत्र में मैं देख रही हूं कि गरीब तबके के लोगों की कॉलोनियों में शौचालय के लिए गड्ढे तो खोद दिये गये पर शौचालय नहीं बने। वह लोग बाहर शौच जाने को मजबूर हैं। दक्षिण में बिजली, पेयजल, सड़क और अपराध चरम पर है। 2010 से लेकर 2017 तक भाजपा के सत्यदेव पचैरी यहां से विधायक रहे, लेकिन विकास के नाम पर एक पैसे का कार्य नहीं कराया। उपचुनाव में अब पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ का जादू नहीं चलेगा और भाजपा की हार होनी तय है।
युवाओं के हाथों से छिना रोजगार
करिश्मा ठाकुर ने कहा कि हम गोविन्द नगर विधानसभा उप चुनाव मूलभूत समस्याओं को लेकर लड़ेंगें। कहा कि हमने देखा कि ज्यादातर क्षेत्र में बारिश व सीवर का पानी भरा रहता और इसी के चलते लोग बीमार पड़ते हैं। आज कानपुर प्रदूषण के मामले में देश के प्रमुख शहरों में से एक है। पढ़े-लिखे युवक डिग्रियां लिये नौकरी तलाश रहे हैं और उन्हे नौकरी मिल रही है। वहीं आर्थिक मंदी के चलते लोगों की नौकरियां जा रही हैं। भाजपा सरकार के पास इसका कोई विकल्प नहीं है। हर वर्ग के लोग इस आर्थिक मंदी से परेशान हैं।
पूंजीपतियों की सरकार
करिश्मा ने कहा कि देश का कोई भी रक्षा प्रतिष्ठान घाटे में नहीं है इसके बावजूद केन्द्र सरकार इनका निगमीकरण करने जा रही है। जिसका विरोध कर्मचारी कर रहे हैं और उनके विरोध को हम लोग और आगे बढ़ाएंगें। केन्द्र सरकार सरकारी संस्थानों को निजीकरण इसलिए कर रही है कि उनके चहेते पूंजीपति और मालामाल हो जाएं। नोटबंदी और जीएसटी के चलते अकेले कानपुर की करीब पांच सौ होजरियों में ताले पढ़ गए तो चमड़े का कारोबार पूरी तरह से चैपट हो गया। इन्हीं सबसे जनता का ध्यान हटाने के लिए भाजपा राष्ट्रवाद सहित अन्य मुद्दों को हवा देती रहती है।
सांसद का नाम तक नहीं जानते लोग
करिश्मा ने कहा कि भाजपा के ज्यादातर प्रतिनिधि जनता से दूरी बनाये रहते हैं। इसी के चलते पूर्व सांसद डाॅक्टर मुरली मनोहर जोशी कानपुर से सांसद होते हुए भी कानपुर से दूर रहें। यही समस्या वर्तमान सांसद सत्यदेव पचैरी की है। करिश्मा ने बताया कि वह मलिन बस्तियों में जाकर लोगों से सीधे रूबरू हुई। हमनें कानपुर के सांसद का उनसे नाम पूछा तो अधिकतर लोग नहीं बता पाए। करिश्मा ने कहा कि चुनाव के बाद से शहर की बिजली कटौती जारी है। लाग सड़क पर उतर रहे हैं तो पुलिस के जरिए उन्हें डरवाया जा रहा है। हम इन्हीं मुद्दे लेकर जनता के पास जाएंगे।