बताया गया कि मातृत्व सप्ताह अभियान के अंतर्गत अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के हीमोग्लोबिन, टिटनेस, एचआईवी, रक्त व अन्य जांच की जाती है। इससे इमरजेंसी अवस्था मे सुरक्षित प्रसव कराया जा सके। क्योंकि गर्भवती महिलाएं स्वस्थ तो बच्चा भी स्वस्थ्य होगा। इसी के तहत महिलाएं अस्पताल पहुंची थी। डॉक्टर को दिखाने के बाद महिलाएं लैब अटेंडेंट रवि कुमार के पास पहुंची। बताया गया कि लैब अटेंडेंट ने महिलाओं को जांच न होने की बात कहते हुए टरका दिया। गर्भवती महिलाओं ने जब शिकायत की तो चिकित्सा प्रभारी ने लैब अटेंडेंट से जांच न करने की वजह पूँछी। इस पर अटेंडेंट प्रभारी से अभद्रता करने लगा।
यहां तक कि अटेंडेंट ने अकेले जांच न करने की बात कहते हुए चिकित्सा प्रभारी से उच्चाधिकारियों के स्तर पर लिखा पढ़ी करने की धमकी भी दे दी। चिकित्सा प्रभारी आदित्य सचान ने बताया कि गर्भवती महिलाओं की जांच से इंकार करने की जानकारी पर लैब अटेंडेंट रवि कुमार व एक लैब टेक्नीशियन ने अभद्रता की है। महिलाओं की लिखित शिकायत पर मुख्य चिकित्साधिकारी से कार्रवाई की संस्तुति की गई है। वहीं सीएमओ डॉ हीरा सिंह ने इस संबंध में कहा कि एलटी व एलए द्वारा चिकित्सा प्रभारी से अभद्रता की गई है। दोनों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के लिए अर्द्धशासकीय पत्र भेजने के निर्देश प्रभारी को दिए गए हैं।