एक सप्ताह से चिकेन पाक्स की बीमारी का प्रकोप
अकबरपुर ब्लाक के अमरसिंह का पुरवा गांव में करीब एक सप्ताह से चिकेन पाक्स की बीमारी का प्रकोप कहर ढाये है। जिसकी चपेट में आकर गांव का पंकज (5) वर्ष , अंकित (2) वर्ष, प्रिया (4) वर्ष, सदामुखी (6) वर्ष, सलाही (5) वर्ष, बब्ली (2) वर्ष, प्रिंस (5) वर्ष, मधू (10) वर्ष के अलावा रामऔतार का पुत्र शिवम (6) वर्ष बीमारी की चपेट में आकर गंभीर स्थिति में हैं। जबकि इसके छोटे भाई शिवा (5) वर्ष की बीमारी की चपेट में आने से 29 अप्रैल को मौत भी हो गई थी। जिसके बाद से ग्रामीणों के जेहन में बच्चों को लेकर भय व्याप्त है। बीमारी के दिनों दिन बढ़ते प्रकोप से लोग इलाज के लिए भटक रहे हैं।
बुखार व आंखों में जलन के साथ आंसू निकलते हैं
बीमार बच्चों के परिजनों ने बताया कि पहले बुखार व आंखों में जलन के साथ आंसू निकलते हैं और फिर पूरे शरीर में चकत्ते निकल आते हैं। इसके बाद दवा आदि लेने से कोई लाभ नहीं मिल रहा है। वहीं इलाज के नाम पर अधिकांश ग्रामीण सरकारी अस्पताल से उपचार कराने के बजाय झोलाछापों से इलाज करा रहे हैं। बीमारी के लगातार बढ़ते रहने से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है।
झोलाछापों के इलाज से बचने की सलाह दी
रूरा अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक डा. सुनील कुमार ने बताया कि आज जानकारी मिली है। मौके पर एएनएम नीलम को दवा वितरित करने के लिये भेजा गया है। उन्होंने ग्रामीणों को साफ सफाई अपनाने व झोलाछापों के इलाज से बचने की सलाह दी है। साथ ही ओआरएस सहित अन्य दवायें देकर बीमार बच्चों के परिजनों को घर में साफ सफाई रखने के साथ, बच्चों को ताजा भोजन खिलाने के प्रति जानकारी दी गई है।