उम्र के इस पड़ाव पर आने के बाद भी इस आतंकी के तेवर नरम नहीं पड़े। उसे फिलहाल लखनऊ पहुंचा दिया गया है पर कानपुर से जाते जाते वह एसटीएफ अधिकारियों को चुनौती दे गया। उसने देश की कानून व्यवस्था को लचर बताते हुए कहा कि उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। अपने ऊपर लिखी एक किताब को पढऩे की सलाह मुफ्त में दे गया।
आतंकी डॉक्टर ने चिढ़ाने वाले अंदाज में एसटीएफ अधिकारियों से कहा कि देश की कानून व्यवस्था लचर है। उसने कहा कि वह 65 से ज्यादा धमाके कर चुका है, जबकि उस पर केवल तीन आरोप ही साबित हुए हैं। वह बोला कि मैंने पुलिस वालों को धमाके में मारा और वह अब तक पुलिस खुद पर हुए हमले के साक्ष्य नहीं जुटा पाई। इसी से अंदाजा लगा लो कि क्या हालत है।
आतंकी ने अफसरों से कहा कि जेल उसके लिए सबसे सुरक्षित ठिकाना है। उसने बताया कि जेल में रहकर वह जो कुछ कर सकता है, वह कोई संगठन बाहर रहकर भी नहीं कर सकता। जेल में उसकी सारी जरूरतें पूरी होती हैं और वहां रहकर वह अपने सारे मंसूबे पूरे करता है।
डॉ. जलीस अंसारी ने कहा कि सीएए और एनआरसी को लेकर पूरे देश में विद्रोह की एक बहुत बड़ी भूमि तैयार हो चुकी है। सरकार इसे नहीं समझ पाएगी तो उसे इसका अंजाम भुगतना पड़ सकता है।