प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत लगभग 68 हजार बेनीफिशियरी चुने गए हैं. फाइनेंशियल ईयर 2017-18 के लिए शासन ने 10 हजार मकानों का टारगेट दिया है. इसके अलावा वर्ष 2020-2021 तक टोटल 40 हजार मकानों का लक्ष्य दिया है. इसी वजह से केडीए ऑफिसर्स प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मकान बनाने के लिए जमीन तलाशने में जुटे हुए हैं. इसी कड़ी में फिलहाल शहर के विभिन्न मोहल्लों में स्थित 12 स्लम चुनी गई हैं.
इनमें अधिकतर साउथ सिटी की हैं. इन बस्तियों में अव्यवस्थित रूप से बसी स्लम की जगह प्रधानमंत्री आवास योजना के इनसीटू के अंतर्गत मल्टीस्टोरी बिल्डिंग्स बनाई जाएंगी. इन बस्तियों में रहने वालों को वहां शिफ्ट किया जाएगा. इसके बाद खाली बची जमीन को डेवलप किया जाएगा. इस जमीन पर ग्र्रुप हाउसिंग व कामर्शियल प्रोजेक्ट लाया जाएगा. जिससे पीएमएवाई फ्लैट बनाने में हुए खर्च की भी भरपाई की जाएगी.
पीएमएवाई के इनसीटू के लिए चुनी गई इन बस्तियों में जमीन के सर्वे के लिए केडीए वीसी सौम्या अग्र्रवाल ने सुपरिटेंडेंट इंजीनियर की अध्यक्षता में चार सदस्यीय टीम बनाई गई है. इनमें सुपरिटेंडेंट इंजीनियर डीसी श्रीवास्तव, विशेष कार्याधिकारी अंजूलता के अलावा संबंधित जोनल एक्सईएन व तहसीलदार शामिल हैं. इन्हें एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट सौंपनी है.
पीएमएवाई के अफोर्डेबल हाउसिंग इन पार्टनरशिप के अंतर्गत केडीए कुलगांव में 2208 मकान बनाएगा. इनकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट केडीए ने तैयार कर ली है. इस रिपोर्ट को मंजूरी के लिए शासन भेजने की तैयारी हो रही है.