बुखार से पीड़ित थे बुजुर्ग
रसूलाबाद थानाक्षेत्र के जनई बनीपारा निवासी घनश्याम (65) जो दमा और बुखार से पीड़ित थे। उनकी हालत बिगड़ने पर भतीजे रामवीर गांव से दूध ले जाने वाली गाड़ी में लेकर सीएचसी पहुंचा। डाॅक्टरों ने कोविड के लक्षण के कारण घनश्याम को मेडिकल चेकअप के लिए पैथोलॉजी ले जाने की सलाह दी। सीएचसी से पैथालाॅजी करीब डेड़ किमी दूर था। करीब एक घंटे तक रामवीर वाहन के इंजतार में खड़ा रहा। रामवीर ने सीएचसी के कर्मचारियों ने एम्बूलेंस की सुविधा की मांग की पर उन्होंने अपने हाथ खड़े कर लिए।
पीठ पर लादकर चल पड़
जब कोई वाहन नहीं मिली तो रामवीर अपने ताऊ को पीठपर लादकर पैथालौजी की तरफ कदम बढ़ा दिए। वहां जांच कराई। रामवीर ने सीएचीसी के डाॅक्टरो ंपर आरोप लगाते हुए बताया कि पहले उन्होंने ताऊ को देखने से इंकार कर हैलट ले जाने की सलाह दी। हालत ज्यादा गंभीर होने पर हमने उनसे इलाज की फरियाद की तो उन्होंने जांच कराने के लिए कह दिए। एम्बूलेंस मांगी तो देने से इंकार कर दिया।
लगाए आरोप, तो दिया जवाब
सीएसची में कई अन्य मरीज भी इलाज के लिए आए थे। अधिकतर का आरोप था कि डाॅक्टर मरीजों की जांच के अलावा दवा बाजार से मंगवाते हैं। वही मामले पर चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर लोकेश शर्मा ने बताया कि एक्सरे मशीन उपलब्ध न होने के कारण स्वास्थ्य केंद्र में एक्सरे नहीं होते हैं। उपकरणों के अभाव के कारण सीबीसी जांच भी नहीं हो पा रही है।