प्रशासन ने चुनाव के बाद दिया आश्वासन बताया जा रहा है कि एलीवेटेड हाईवे पूरे कस्बे को पार करेगा। इस प्रोजेक्ट पर 122 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान लगाया जा रहा है। एलीवेटेड हाइवे के समानांतर कस्बे के दोनों तरफ लोगों के लिए सर्विस लेन देन का प्रावधान है। इसी के तहत एजेंसी ने कस्बे की हर इमारत पर 9.3 से लेकर 10 मीटर तक जगह खाली करने के निशान लगा दिए हैं। इसकी जानकारी एजेंसी ने जिला प्रशासन कानपुर देहात को भी दे दी है। हालांकि प्रशासन ने चुनाव बाद जगह खाली कराने का आश्वासन दिया है। जगह खाली होने के बाद एनएचएआई शासन से मंजूरी के लिए भेजने का प्रस्ताव किया है।
इस वजह से एलीवेटेड हाइवे का लिया फैसला दरअसल एनएच-2 हाइवे जिले के रनियां कस्बे से निकला है। बीते 3 सालों में यहां दुर्घटनाओं में बढ़ोत्तरी हुई है। यहां दोनों तरफ हाईवे ऊपर नीचे भी हैं। हादसे होने का यह भी एक कारण है। ज्ञात हो कि तीन माह पहले एक तेज रफ्तार ट्रक कोहली इमारत में घुस गया था, जिसमे एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी। वहीं कुछ दिन बाद ही स्कूटी पर सवार दो सहेलियों की ट्रक के नीचे आकर मौत हो गयी थी। इन्हों कारणों से एलीवेटेड हाईवे का प्रस्ताव बनाया गया, जिससे इन दुर्घटनाओं पर नियंत्रण हो सके।