एनएचएआई ने कानपुर से कोखराज के बीच 145 और कोखराज से राजातालाब (वाराणसी) के बीच 156 किलोमीटर का 70-75 और 100 किलोमीटर की स्पीड से अलग-अलग ट्रायल कराया है। ट्रायल में न्यूनतम समय ढाई सौ का निकला है। निर्माण से पहले तक 400 मिनट तक लग रहे थे लेकिन अभी भी जाम लगा तो इतना ही समय लग रहा है क्योंकि 9 जगहों पर एलीवेटेड पुल के साथ रैम्प का काम हो रहा है। काम पूरा होने के बाद काशी जाना आसान होने के साथ ही बिना रूके रास्ता मिलेगा। निर्माण में अब सभी कस्बों के बाहर से बाईपास के जरिए सफर करना होगा, इसमें 58 एलीवेटेड हिस्से बिना रूके वाले मिलेंगे। कहीं पर वाहन सवारों को भीड़ नहीं मिलेगी। एनएचएआई ने कानपुर-इटावा के बाद चकेरी से कोखराज तक सिक्सलेन का निर्माण शुरू कराया है। निर्माण के पूरा होने में पांच महीना बाकी है। एनएचएआई सितम्बर तक प्राथमिक पूर्णता रिपोर्ट जारी कर सकता है। हालांकि पूर्णता के साथ ही एनएचएआई 2018 के बाद टोल भी बढ़ाएगा।
एनएचएआई के प्रोजेक्ट प्रवक्ता ने भी माना कि 1998 के बाद से वाराणसी रूट पर हाईवे बदला मिलेगा। स्पीड ट्रायल में ढाई सौ मिनट में काशी की दूरी तय करने का रिजल्ट सामने आया है। एक दिन में काशी विश्वनाथ कारीडोर के दर्शन कर लौटा जा सकता है।