केंद्र सरकार ने इस पोर्टल की शुरुआत एक साल पहले की थी. नमामि गंगे योजना से जुड़े सभी कार्यों का पूरा रिकॉर्ड और बजट इसमें अपलोड है. यही नहीं नमामि गंगे योजना में पैसों के लेनदेन को भी इसी पोर्टल के माध्यम से किया गया है. अब अमृत योजना को भी इस पोर्टल से लिंक करने की तैयारी की जा रही है. योजनाओं के लिए केंद्र सरकार ने इसमें 1 लाख करोड़ रुपए का बजट रखा है.
इस पोर्टल से लिंक होने के बाद अमृत योजना में बजट की कमी नहीं रह जाएगी. पीएफएमएस पोर्टल में केंद्र सरकार ने एडवांस में 1 लाख का बजट रखा हुआ है. इससे योजनाओं में बजट की कमी नहीं होगी और लोन के रूप में ली गई राशि में ब्याज भी नहीं देना पड़ेगा. इस पोर्टल में जल निगम, कार्य करने वाले ठेकेदार और नगर विकास को भी लिंक किया जाता है. इससे सभी के पास पूरी जानकारी होगी और योजना में पारदर्शिता से पूरा कार्य किया जा सकेगा.
शहर में 850 किमी. से भी ज्यादा का सीवर नेटवर्क है. डिस्ट्रिक्ट-1 के 34 वार्डों में 370 करोड़ से नई सीवर लाइन डालने और पुरानी सीवर लाइनों की सफाई और मेंटेनेंस का कार्य किया जा रहा है. 80 करोड़ रुपए की लागत से बड़ी जेट मशीनों के जरिए सीवर सफाई की जा रही है. दरअसल, नालियों को सीवर नेटवर्क में जोड़ दिया गया है, इनके जरिए प्लास्टिक वेस्ट, गोबर और अन्य ठोस कूड़ा सीवर में जा रहा है. वहीं डिस्ट्रिक्ट-1 में 290 किमी सीवर लाइन की सफाई का कार्य भी किया जा रहा है. कल्याणपुर में 100 किमी और डिस्ट्रिक्ट-1 में 250 किमी सीवर लाइन बिछाये जाने का कार्य किया जाना है.