शासन से धन हुआ आवंटन लेकिन यहां अधिसूचना जिले में गरीब व आश्रयहीन लोगों को सर्दी से बचाने के लिए शासन ने 33 लाख की धनराशि का आवंटन किया है। जिससे जिले की 6 तहसीलों में 5-5 लाख रुपये से कंबल वितरण व 50- 50 हजार रुपये से अलाव के लिए लकड़ी खरीदी जानी है। प्रमुख सचिव एवं राहत आयुक्त डॉ. रजनीश दुबे ने दिसंबर माह के पहले सप्ताह में असहाय, निराश्रित व कमजोर वर्ग के बुजुर्गों, शेल्टर हाउस व अलाव स्थल चिन्हित करने का निर्देश दिया था। अभी तक सिर्फ अलाव स्थलों का चिन्हांकन किया गया है।
आचार संहिता ने बांधे इनके भी हाथ जिले में सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के चलते आचार संहिता प्रभावी होने के कारण कंबल खरीद की टेंडर प्रकिया अभी तक शुरू नहीं हो सकी है। आचार संहिता के चलते स्वयं सेवी संस्थाएं, उधमियों व राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के हाथ भी गरीबों की मदद को आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। चुनाव के चलते फिलहाल 24 दिसंबर तक गरीबों को ठिठुरने से निजात मिलती नहीं दिख रही है। बेसहारा व गरीबों को कंबल की गर्मी के लिए अभी
इंतजार करना होगा।
अलाव के लिए चिन्हित स्थान अलाव जलवाने की तैयारी तहसील स्तर पर कर ली गई है। जिसके लिये स्थान चिन्हित कर लिये गये है। अकबरपुर तहसील क्षेत्र में 14, मैथा में 13, सिकंदरा में 16, डेरापुर में 21, रसूलाबाद में 20, भोगनीपुर में 7 स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था होगी। नगर पालिका परिषद पुखरायां व झींझक तथा नगर पंचायत अकबरपुर, रूरा, शिवली, रसूलाबाद, डेरापुर , सिकंदरा व अमरौधा में अलग से अलावा जलवाए जाएंगे।
जिलाधिकारी ने कहा गरीबों व बेसहारा लोगों को ठंड से बचाने के लिए इस साल जिले को 33 लाख रुपये शासन से उपलब्ध हुए हैं। सभी 6 तहसीलों को अलाव की लकड़ी के लिए 50-50 हजार रुपये उपलब्ध कराए जा चुके हैं। अलाव स्थान पहले से ही चिन्हित है। चुनाव आयोग को पत्र भेजकर कंबल वितरण के लिए अनुमति मांगी गई है। आयोग से अनुमति मिलते ही कंबल खरीद की प्रकिया पूरी करा कर गरीबों में वितरित कराए जाएंगे।