कानपुरPublished: Aug 10, 2018 04:38:50 pm
Vinod Nigam
इन दो नेताओं के चलते जेल से संसद पहुंची थी बैर्डिड क्वीन, मुलायम के बेटे अखिलेश व बहू डिंपल को दिया था आर्शीवाद
कानपुर। गंगा, यमुना, बीहड़ और चंबल नदी के इलाके में एक घायल शेरनी का कई सालों का तक राज रहा। आसपास के सैकड़ों गांव में जब कोई बच्चा रोता तो उसकी मां कहती बेटा चुप हो जा नहीं थे, डकैत फूलन देवी आ जाएगी। फूलन ने बेहमई गांव में धावा बोला और अपने जानी दुश्मन लालराम और सियाराम को घरं से बाहर आने को कहा। पर वो नहीं आए तो बैंडिड क्वीन ने 21 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। वारदात के बाद सरकार हिल गई तो पुलिस भी खात्में के लिए जंगल में उतर गई। फूलन ने एमपी में सरेंडर किया और जेल से बाहर आने के बाद सियासत में कदम रखा। सपा संरक्षक मुलायम सिंह के भाई शिवपाल से फूलन ने मुलाकात की और उनके जरिए साइकिल का हैंडिल थामा। सपा के चुनाव चिन्ह से सांसद चुनीं गई। भईया शिवपाल के बुलावे पर वो अखिलेश व डिंपल की शादी में शामिल हुई और दोनों को आर्शीवाद के साथ ही सोने की अंगूठी गिफ्ट में दी थी।