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कानपुर

गरीबों का पेट भरने में खर्च कर देते अपनी पॉकेटमनी

रोजाना 1500 गरीबों का पेट भर रहे ये 60 युवा, बड़े होटलों से बचा खाना जुटाकर गरीबों को देते

कानपुरJun 14, 2019 / 12:02 pm

आलोक पाण्डेय

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गरीबों का पेट भरने में खर्च कर देते अपनी पॉकेटमनी

कानपुर। कभी-कभार ऐसा सेवाभाव भी देखने को मिल जाता है जो समाज को नई सीख देता है। शहर के भी ६० युवा सेवाभाव की ऐसी ही मिसाल पेश कर रहे हैं। ये गरीबों का पेट भरने के लिए अपनी पॉकेटमनी तक खर्च कर देते हैं। इतना ही नहीं खाने की बर्बादी रोकने के लिए भी इन युवाओं ने एक मुहिम छेड़ रखी है, जिसमें इन्हें लोगों का सहयोग मिलता है।
रोज भरते १५०० का पेट
गरीबों का पेट भरने के लिए शहर के ६० युवाओं ने अंतर्राष्ट्रीय संगठन फीडिंग इंडिया से जुड़कर एक मुहिम चलाई है, जिसमें ये प्रतिदिन १५०० गरीबों का पेट भर रहे हैं। इसके लिए ये अपनी पॉकेटमनी तक खर्च कर देते हैं। फीडिंग इण्डिया संगठन की नींव दिल्ली के 24 वर्षीय अंकित कुवात्रा ने रखी थी। ये संगठन लगभग 70 शहरों में काम कर रहा है। अब तक इससे 10 हजार स्वयंसेवक (वॉलेंटियर) जुड़ चुके हैं, जिसमें अपने शहर की नई पीढ़ी भी शामिल है।
खाने की बर्बादी रोकी
इन युवाओं ने खाने की बर्बादी रोकने और गरीबों को खाना खिलाने के लिए हैप्पी फ्रिज मिशन शुरू किया है, जिसमें ये शहर के रेस्त्रां और होटल में बर्बाद हो रहे खाने को गरीबों तक पहुंचाने के लिए शहर के युवा दोस्तों ने मिलकर हैप्पी फ्रिज मिशन शुरू किया है।
लोगों को किया जागरूक
स्वरूप नगर के शाहिब सेठी ने शहर में फीडिंग इण्डिया से जुड़कर हैप्पी फ्रिज की नींव रखी है। खाना खिलाने से पहले उन्होंने खाने की बर्बादी को रोकने के लिए रेस्त्रां-होटलों को जागरूक करने की शुरुआत की। युवाओं का कहना है कि यदि कोई व्यक्ति अपने क्षेत्र में हैप्पी फ्रिज लगवाना चाहे तो हम लगाने के लिए तैयार है। कोई भी भूखा व्यक्ति जि से खाना लेकर खा सकता है। फ्रिज की देखरेख व साफ सफाई की जिम्मेदारी किसी व्यक्ति को लेनी होगी।
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