ऑक्सीजन सिलिंडर (Oxygen Cylinder) और मेडिकल उपकरणों की कालाबाजारी करने वाले गिराहे का मास्टरमांइड अश्वनी जैन खुद को एक यूट्यूब चैनल का एमडी बता रहा है। अश्वनी जैन पत्रकारिता की आड़ में गोरखधंधा कर रहा था, और लोगों पर रौब गांठता था। अश्वनी जैन अपने तीन साथियों रिषभ जैन, प्रदीप वाजपेई और अभिषेक तिवारी के साथ मिलकर ऑक्सीजन सिलिंडर की ब्लैक मार्केटिंग कर रहा था। डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने बताया कि पनकी फैक्टरी एरिया में चार अभियुक्तों को अरेस्ट किया गया है। इनके पास से 10 ऑक्सीजन सिलिंडर बरामद किए है।
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महंगे दामों में बेचते थे मेडिकल उपकरण
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ऑक्सीजन गैस प्लांट या फिर कोविड अस्पतालों के आस-पास घूमकर जरूरतमंदों को ऑक्सीजन सिलिंडर ढूंढकर सिलिंडर बेचते थे। डीसीपी क्राइम का कहना है कि पकड़े गए आरोपी जरूरतमंदों को बड़े सिलिंडर 55,000 हजार में और छोटे सिलिंडरों को 40,000 हजार रुपए में बेचते थे। संकट की इस घड़ी में 80 से 90 ऑक्सीजन सिलिंडर बेच चुके है। उन्होने बताया कि आरोपी मेरठ से सिलिंडर और मेडिकल उपकरण लेकर आते थे। जरूरतमंदों को मदद करने का दिलासा देकर, ऑक्सीजन सिलिंडर समेत अन्य मेडिकल उपकरण महंगे दामों में बेचते थे। आरोपी मेरठ में कहां से सिलिंडर लाते थे, इसकी भी जांच की जा रही है।