इसी प्रकार का एक मामला गोल चौराहा का सामने आया है। जिसमें बस में यात्रा कर रहे हेड कांस्टेबल यातायात भुवनेश बाबू से कंडक्टर अनिल कुमार वर्मा ने टिकट के पैसे मांग लिया। जिस पर भुवनेश बाबू कंडक्टर से बहस करने लगा और उसका गिरेबान पकड़कर घसीट ने लगा। कंडक्टर के साथ हो रही घटना का चालक नीरज ने वीडियो बनाना शुरू कर दिया। इस पर बने बाबू ने उसको लात मार दी। जिससे उसका मोबाइल नीचे गिर गया। लात मारने का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ और पुलिस वाले की जमकर किरकिरी हुई। तमाम प्रकार की प्रतिक्रिया आने लगी।
एसीपी की जांच रिपोर्ट में यह निकला
मामले को संज्ञान में लेते हुए डीसीपी पश्चिम और ट्रैफिक बीबी जीटीएस मूर्ति ने हेड कांस्टेबल के खिलाफ जांच बैठा दी। मामले की जांच एसीपी कर्नलगंज त्रिपुरारी पांडे को दी गई। एसीपी कर्नलगंज की जांच में मामला सही पाया गया। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी के अनुसार जांच में पाया गया कि भुवनेश बाबू की बस में यात्रा कर रहा था। जब कंडक्टर अनिल कुमार वर्मा ने टिकट के पैसे मांगे तो वह उनसे लड़ने लगा। जांच रिपोर्ट में बताया गया कि हेड कांस्टेबल ने गंभीर कृत्य किया है। जिसका आम जनमानस में पद का गलत इस्तेमाल करने का संदेश जा रहा है। इसलिए वह नौकरी करने लायक नहीं है। जांच रिपोर्ट को संज्ञान के आधार पर डीसीपी पश्चिम और यातायात बीबीजीटीएस मूर्ति ने हेड कांस्टेबल को बर्खास्त कर दिया।