बताते चले कि बीते सप्ताह के शनिवार को जनपद के रूरा क्षेत्र के मड़ौली ठेके से शराब खरीदकर पीने से रात में ही श्यामू की मौत के बाद लोगों की मौतों का सिलसिला शुरू हो गया था, जिसके बाद मड़ौली गांव पर मातम के बादल छा गए। हालांकि इसके बाद मौत का यह खेल थमा नहीं और एक के बाद एक 10 मौतें हो गयी। इधर पुलिस प्रशासन ने भी धड़ाधड़ छापेमारी शुरू की लेकिन फिर भी हालात नही सुधर रहे है। एक बार फिर जिले में सनसनी तब फैली जब कमालपुर गांव के सुरेंद्र उर्फ मखंचू की शराब पीने के बाद हालत खराब हो गयी। हालत बिगड़ने पर परिजनों ने तत्काल 108 एम्बुलेंस को फोन करके जिला अस्पताल भेज दिया। लेकिन हालत में सुधार न होता देख कानपुर के हैलट अस्पताल में उसे भेजा गया, जहां गभीर हालत में उसका इलाज हो रहा है। हालांकि इस घटना के बाद से आस पास के ठेकों पर पुलिस की नजर टेढ़ी है।
जबकि इस घटना के बाद प्रमुख सचिव आबकारी कल्पना अवस्थी के निर्देश के बाद आबकारी विभाग ने लगातार ठेकों की जांच की थी। जिसके बाद आबकारी अधिकारी पर गाज गिरने व नए अधिकारी के कार्यभार ग्रहण करने के बाद कई ठेकों को चिन्हित कर उन पर पैनी नजर रखी जा रही है। जिन पर कभी भी गाज गिर सकती है। मामले में सीओ अजयप्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि शराब दुकानों का लगातार टीम बना निरीक्षण किया जा रहा है आसपास के ठेके भी पुलिस की रडार पर है।