शादी का झांसा देकर करता रहा दुष्कर्म
शहर के मेस्टनरोड की रहने वाली युवती लखनऊ में एक प्राइवेट कम्पनी में जॉब करती थी। इसी दौरान उसकी मर्चेंट नेवी में तैनात युवक प्रशांत से मुलाकात हुई। युवती का आरोप है कि प्रशान्त ने पहले उसके साथ दोस्ती फिर प्यार का इजहार कर दिया। मैंने भी रजामंदी दे दी। युवती का आरोप है कि प्रशानत छह माह तक उसके साथ शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करता रहा। जब भी शादी की बात करती तो वह टाल देता।
ब्लैकमेल करने लगा
युवती के मुताबिक प्रशान्त ने अश्लील वीडियो और कुछ फोटो भी बना लिए। इस दौरान जब मैंने शादी का दबाव बनाया तो उसने साफ इंकार कर दिया। युवती के मुताबिक जब मैंने पुलिस में जाकर शिकायत की बात कही तो प्रशान्त ने अश्लील वीडियो सोशल मीडिया में वायरल कर देने की धमकी दी। पीड़िता का आरोप है कि प्रशान्त ने मुझे जबरन अगवा भी कर लिया और एक होटल में ले गया। जहां उसके दोस्तों ने मेरे साथ रेप का प्रयास किया, लेकिन किसी तरह से मैं वहां से भागने में कामयाब रही।
गोमतीनगर पुलिस ने भगाया
पीड़िता के मुताबिक इस घटना के बाद मैं भागकर लखनऊ स्थित गोमतीनगर थाने पहुंची और इंस्पेक्टर को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की। लेकिन कार्रवाई के बजाए उल्टा पुलिस ने मुझे डांट-डपक कर भगा दिया। पीड़िता के मुताबिक वह लखनऊ से कानपुर आई और कोतवाली जाकर पुलिस को शिकायती पत्र सौंपा, पर प्रशान्त के खिलाफ कार्रवाई यहां भी नहीं की गई। पीड़िता का आरोप है कि प्रशान्त के परिजनों की पकड़ सत्ताधारी दल के नेताओं से हैं और इसी के चलते पुलिस उस पर कार्रवाई करने से बच रही थी।
कोर्ट ने सुनी फरियाद
पीड़िता के मुताबिक जब पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया तो मुझे मजबूरी मे कोर्ट का सहारा लेना पड़ा। कोर्ट ने पीड़िता की शिकायत को चुना और पुलिस को प्रशान्त के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। पीड़िता के अधिवक्ता रवि राणा का कहना है आरोपी प्रशांत ने युवती का शारीरिक शोषण किया है। जिसका हमने कोर्ट के माध्यम से मुकदमा लिखाया है। कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।