22 लोगों की आई रिपोर्ट
दिल्ली के निजामुद्दीन के मरकज की तबलीगि जमात के 24 सदस्यों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद देशभर में खलबली मच गई। कानपुर पुलिस ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों से 88 लोगों को पकड़ा गया था, जो जमात में शामिल होकर लौटे थे। इन सभी को हैलट कोविड-19 हॉस्पिटल, उर्सला अस्पताल, पनकी के नारायणा मेडिकल कॉलेज और मंधना के रामा मेडिकल कॉलेज में रखा गया था। डाॅक्टरों की टीम इनका इलाज कर रही है। इनमें से 22 लोगों के सैंपल जांच के लिए एसपीजीआई लखनऊ भेजे गए थे। रविवार को रिपोर्ट आई तो जमात का मेरठ निवासी सदस्य कोरोना से संक्रमित पाया गया।
31 में 6 की पुष्टि
पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आठ विदेशियों समेत 31 लोगों को जिले की मस्जिदों से पकड़ा था। सभी को हैलट और उर्सला अस्पताल में रखा गया। डाॅक्टरों ने 31 लोगों के सैंपल जांच के लिए लखनऊ भेजे थे। जिनकी रिपोर्ट पहले ही आ गई थी। इनमें से 6 कोरोना से संक्रमित थे। कोरोना संक्रमित मरीजों को कोविड 19 वार्ड में भर्ती कराया गया था। जबकि अन्य को आईसोलेशन वार्ड में रखा गया है।
मेरठ का रहने वाला है मरीज
सीएमओ डॉक्टर अशोक शुक्ला ने बताया कि एसजीपीजीआई से 22 संदिग्धों की जांच रिपोर्ट आई है। उसमें मेरठ निवासी युवक में संक्रमण की पुष्टि हुई है। वह तब्लीगी जमात का सदस्य है। वह मंधना के रामा मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं, जिसे कोविड 19 हास्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया है। सीएमओ के मुताबिक पूरे जनपद में लोकल का एक भी व्यक्ति अभी तक कोरोना से पाॅजीटिव नहीं पाया गया। मार्च में अमेरिका से आए एनआरआई बुजुर्ग कोरोना से संक्रमित थे, जो इलाज के बाद ठीक हो गए हैं। अभी तक जितने कोरोना पाॅजीटिव केस सामनें आए हैं वह सभी जमात के सदस्य हैं।