उन्होंने कभी नहीं किया अपमानित
सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने पूर्व मंत्री शिव कुमार बेरिया को छह साल तक के लिए पार्टी से बाहर कर दिए। पार्टी से निकाले जाने के बाद शनिवार को पूर्व मंत्री अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मुझे बिना किसी गलती के सपा से निष्कासित किये जाने के बाद कई दलों के नेताओं ने मुझसे संपर्क किया है लेकिन मैं बिना अपने साथियों की सहमति के कोई निर्णय नहीं लूंगा। पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मैने मुलायम सिंह के साथ काम किया, उन्होंने मुझे कभी भी अपमानित नहीं किया। जब से पार्टी की कमान अखिलेश के हाथों में आई, वे मुझे लगातार अपमानित कर रहे हैं। पार्टी से निकाले जाने की जानकारी मुझे मीडिया के जरिए मिली। अब समाजवादी पार्टी पर चाटुकारों का कब्जा हो गया है और पुराने समाजवादी नेताओं को एक-एक कर बाहर किया जा रहा है।
रोते हुए पिता-पुत्र का बताया रिश्ता
पूर्व मंत्री शिव कुमार बेरिया ने कहा कि उन्होंने पार्टी के लिए अपना जीवन समर्पित किया, वह हमेशा ही हित में कार्य करते रहे। रसूलाबाद में अपराध कराने वाले कुछ चाटुकार नेताओं के कहने पर मुझे पार्टी से निकाला गया है। यह कहते-कहते बेरिया भावुक हो गए और आंखों से आंसू भी छलक आए। इस बीच उन्होंने खुद को संभालते हुए कहा कि नेता व कार्यकर्ता का संबंध पिता-पुत्र का होता है। पुत्र अगर कोई गलती करे तो पिता को सजा देने से पहले पूछना अवश्य चाहिए। मैनें चालीस साल के राजनीतिक जीवन में केवल जनता की सेवा की है। अब इसी जनता के सहयोग से आगे की रणनीति पर विचार करूंगा। अभी मैंने किसी भी दल में शामिल होने के बारे में नहीं सोंचा।
मैं खंजाचीलाल से कभी नहीं मिला
समाजवादी पार्टी से निकाले जाने की बात पूछने पर पूर्व कैबिनेट मंत्री शिव कुमार बेरिया ने कहा कि जिस खजांची के नाम पर मुझे बदनाम किया जा रहा है और मुझे अपमानित कर पार्टी से निकाला गया, मैं उसे जानता भी नहीं। मैं उससे कभी मिला नहीं। खजांचीलाल की मां ससुराल के बजाए मायके में रहती है। अखिलेश यादव का कार्यक्रम खजांचीलाल के गांव में था। हमें रात में राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कार्यक्रम की जानकारी दी। हमने खजांचीलाल के परिजनों से संपर्क किया, लेकिन क्षत्रीय समाज के लोग अखिलेश को उनके गांव आने पर अड़ गए और उन्होंने उसे नहीं जाने दिया।
प्रसपा में जा सकते हैं बेरिया
वरिष्ठ नेता ने कहा कि 10 दिसंबर को सहबाजपुर रसूलाबाद में कार्यकर्ताओं की बैठक करुंगा, जिसमें आपसी विमर्श के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी। बेरिया ने बताया कि कहा, मेरे साथ रसूलाबाद क्षेत्र के कुछ सपा से जुड़े लोग अपराध करते हैं लेकिन मैनें विधायक रहते कभी उनका सहयोग नहीं किया, यह उन्हीं की साजिश है। इस दौरान पूर्व मंत्री के साथ कई सपा नेता भी मौजूद थे। वहीं बैठक के बाद जो बात निकल कर आ रही है, उसके मुताबिक बेरिया शिवपाल यादव के साथ जा सकते हैं। 9 दिसंबर की रैली में प्रसपा की तरफ से उन्हें आमंत्रण भी दिया गया है और वो शामिल भी हो सकते हैं। जानकारों की मानें तो प्रसपा के टिकट से कानपुर देहात से चुनाव लड़ सकते हैं।