कौन हैं आशीष चौबे
आशीष चौबे मुलरूप से कानपुर के रहने वाले हैं। 2016 में जब शिवपाल यादव और अखिलेश के बीच टकरार हुई तो अजय चौबे ने शिवपाल फैन्य एसोसिएशन का गठन किया। आशीष चौबे को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। एक साल के अंदर यूपी के 75 जिलों में 80 हजार कार्यकर्ताओं की फौज खड़ी कर दी। जब शिवपाल यादव ने प्रसपा की नींव रखी तो शिवपाल फैन्स एसोसिएशन का विलय पार्टी में कर दिया। आशीष चौबे और पूर्व सांसद रघुराज शाक्य की गिनती शिवपाल के सबसे करीबी नेताओं में होती है।
चाचा-भजीते के बीच टकरार नहीं
आशीष चौबे ने कहा कि प्रसपा के अधिकतर पदाधिकारी व कार्यकर्ता समाजवादी पार्टी से आए हैं। हमसब मुलायम सिंह यादव के समाजवाद को घर-घर तक पहुंचा रहे हैं। रही बात अखिलेश और शिवपाल यादव की तो दोनों के बीच आज भी रिश्ते मधुर हैं। पर समाजवादी पार्टी के अंदर बैठे कुछ चाटुकार नहीं चाहते कि चाचा-भतीजे एक हों। आशीष चौबे ने कहा कि हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव पहले की ऐलान कर चुके हैं कि समाजवादी पार्टी यदि चाहेगी कि हम 2022 का चुनाव मिलकर लड़े तो प्रसपा तैयार है। उत्तर प्रदेश से भाजपा को हराने के लिए शिवपाल यादव ने पार्टी का गठन किया है।
प्रसपा के बिना नहीं बनेगी सरकार
जिलाध्यक्ष आशीष चौबे ने कहा कि प्रसपा के बिना उत्तर प्रदेश में किसी भी दल की सरकार नहीं बननी। पार्टी प्रदेश की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए कमर कस चुकी है। प्रसपा के कार्यकर्ता बूथ तक पहुंच चुके हैं। समाजवादी पार्टी, बसपा व कांग्रेस से बड़ा प्रसपा के पास संगठन है। भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला प्रसपा के साथ होगा। आशीष चौबे ने कहा कि आने वाले वक्त में कई दिग्गज नेता प्रसपा की सदस्ता लेंगे और पार्टी को मजबूत करेंगे।
सपा में प्रसपा का नहीं होगा विलय
आशीष चौबे ने दो टूक कहा कि अब समाजवादी पार्टी और प्रसपा का विलय कभी नहीं होगा। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कई माह तक अपनी तरफ से कंप्रोमाइज के प्रयास किए, लेकिन उस पर विचार नहीं किया गया। पूराने समाजवादियों का पार्टी के कुछ लोग अपमान करने लगे। इसी के कारण शिवपाल यादव ने प्रसपा पार्टी बनाई। आशीष चौबे ने कहा कि योगी सरकार की जनविरोधी नितियों से जनता त्रस्त है और इस सरकार की रवानगी तय है। बुधवार को हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष उन्नाव जाएंगे और पुलिस की बर्बर कार्रवाई से पीड़ित किसानों से मिलेंगे।