मेहराबान सिंह पुरवा में बुधवार को हरमोहन सिंह यादव की 96वीं जयंती समारोह में मुलायम सिंह यादव और शिवपाल को आना था। लेकिन किसी कारण के चलते मुलायम सिंह नहीं आए। शिवपाल यादव ने छोटे चौधरी की प्रतिमा में माल्यापर्ण करने के बाद सुखराम सिंह यादव के साथ पार्टी में चल रहे गतिरोध पर चर्चा की। इस दौरान शिवपाल यादव सपा परिवार में चल रहे घमासान पर खुलकर बोले। उन्होंने कहा कि इस वक्त दल में चापलूसों और चुगुलखोरों ने कब्जा कर रखा है। इनके चलते पार्टी और परिवार को बड़ा नुकसान हो रहा है। इन्हीं के कारण मुझे नीचा दिखाने की कोशिश की जा रही है, पर मैं नेता जी की बनाई समाजवादी सेना का सच्चा सिपाही हूं, जो सच से नहीं डरता। हमने हरदम सच बोला है और आगे भी यही करता रहूंगा।
सुखराम सिंह की तरफ इशारा करते हुए शिवपाल ने कहा कि छोटे चौधरी की हम सब इज्जत करने के साथ ही उनके बताए रास्ते पर चलते थे। नेता जी भी छोटे चौधरी से अक्सर मिलकर राय लिया करते थे। यही कारण था कि नेता जी ने यूपी से कांग्रेस को साफ कर दिया। शिवपाल ने इस दौरान नाम लिए बगैर कहा कि समाजवादी पार्टी में चापलूसों की एक फौज हमारे खिलाफ और पार्टी को नेस्तानाबूद करने का काम कर रही है। लेकिन कुछ लोगों को ये दिख नहीं रहा। अब लोग सच को सच कहने से घबराते हैं लेकिन जीत सत्य की ही होती है। बुराइयों का अंत तय है। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने बड़ों का सम्मान किया तो बुजुर्गों ने भी प्यार दिया। उनकी विरासत को बढ़ाना नई पीढ़ी की जिम्मेदारी बनती है। जिन्होंने चापलूसी और चुगलखोरी पर ध्यान दिया उनका नुकसान हुआ है।
शिवपाल ने कहा कि चौधरी हरमोहन सिंह यादव ने समाजवाद के आदर्श स्थापित किए। उन्होंने अखिल भारतीय यादव महासभा के जरिए यादवों की एकजुटता और उनकी ताकत को पहचाना। उन्होंने हमेशा हम जैसी नई पीढ़ी को प्यार दिया। समाजवादियों में यह परम्परा स्व. चौधरी चरण सिंह के जमाने से किसी न किसी रूप में चल रही है। शिवपाल ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का विवेकाधिकार है कि वह किसे अपनी टीम में रखते हैं और किससे क्या काम लेना चाहते हैं? इस बात को लेकर मैं कुछ नहीं कहूंगा। मैं सपा का विधायक हूं। मुलायम सिंह यादव जी 25 वर्षों से राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। मैं भी उनके साथ लम्बे समय से हूं।