सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली से बिहार जाने वाली ट्रेनों पर खासतौर पर नजर रखनी है. स्थानीय स्तर पर अलर्ट जारी कर दिल्ली से पूर्वांचल व हावड़ा से दिल्ली जाने वाली चिह्नित ट्रेनों में औचक चेकिंग करने व खास नजर रखी जा रही है. रिपोर्ट में हर वर्ष दिवाली पर हरियाणा से यूपी व बिहार में बड़ी मात्रा में शराब की तस्करी होने का जिक्र किया गया है. पिछले वर्ष जीआरपी ने इस दौरान करीब दो दर्जन से ज्यादा नशे के सौदागर पकड़े थे.
रिपोर्ट के मुताबिक हावड़ा-दिल्ली रूट की सात रूटीन ट्रेनें शराब व गांजा स्मगलिंग के लिए सबसे ज्यादा बदनाम हैं. इसमें उत्सर्ग एक्सप्रेस, जम्मूतवी एक्सप्रेस, नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस, कोलकाता-आनंद विहार, जोधपुर-हावड़ा एक्सप्रेस, बिहार संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस, मगध एक्सप्रेस, भागलपुर गरीब रथ, अवध एक्सप्रेस शामिल हैं. जीआरपी के रिकॉर्ड के मुताबिक एक माह पूर्व ही कानपुर सेंट्रल जीआरपी ने बिहार संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस में 72 बोतल शराब के साथ एक तस्कर को भी दबोचा था.
पूर्व जीआरपी अधिकारी बीके सिंह ने इस बारे में बताया कि दिल्ली से पटना समेत पूर्वांचल क्षेत्रों की ओर जाने वाली ट्रेनों में शराब की तस्करी होती है. इसमें तस्कर हरियाणा की शराब की तस्करी के लिए सबसे महफूज वीआईपी ट्रेनों को समझते हैं. शराब की स्मगलिंग गरीब रथ, दुरंतो जैसी ट्रेनों में अधिक होती है. इसके पीछे कारण है कि क्योंकि इन ट्रेनों का स्टॉपेज इलाहाबाद नहीं है. यह ट्रेन दिल्ली से चलने के बाद कानपुर, मुगलसराय होते हुए सीधे पटना में रुकती हैं, लेकिन खुफिया टीमें इन पर निगाह रखती हैं.
इस बारे में यूपी रेलवे के एडीजी अशोक सिंघल बताते हैं कि त्योहारों के मौसम में क्राइम और स्मगलिंग पर कंट्रोल के लिए यूपी में आने वाले सभी एसपी रेलवे को 20 से 22 ट्रेनों की लिस्ट दी गई है. यूपी बॉर्डर पर इन ट्रेनों की सघन चेकिंग करने का आदेश जारी कर दिया गया.