हालांकि सितंबर से डिपो में मेट्रो ट्रेन को भी आना है। दरअसल मेट्रो के 30 नवंबर से ट्रायल रन होना है। इसके लिए गीता नगर डिपो में जुलाई के अंदर डिपो मशीनरी एवं प्लांट सिस्टम की सात बड़ी मशीनों को लगाया जाना है। क्योंकि इन मशीनों को पूरी तरह फाइटिंग के बिना ट्रेन के आने के बारे में नहीं सोचा जा सकता है। हालांकि यूपी मेट्रो रेल कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक जुलाई में इन सातों मशीनों को लगाने के निर्देश दे चुके हैं।
इन मशीनों में रेल के पहियों को घुमाने के लिए फुली आटोमैटिक सीएनसी अंडर फ्लोर पिट व्हील लेथ मशीन, मरम्मत के दौरान ट्रेन कोच को उठाने और नीचे करने के लिए फुली आटोमैटिक सिंक्रोनाइज्ड पिट जैक मशीन। एक जगह से दूसरी जगह ले जाने लायक पिट जैक मशीन यानी फुली आटोमैटिक सिंक्रोनाइज़्ड मोबाइल जैक। मरम्मत के दौरान मेट्रो कोच की बोगी या पहियों को एक ट्रैक से दूसरे ट्रैक पर ले जाने के लिए बोगी टर्न टेबल। मेट्रो ट्रेन की खुद सफाई के लिए आटोमैटिक ट्रेन वाश प्लांट। मेट्रो ट्रेन को एक ट्रैक से दूसरे ट्रैक पर ले जाने के लिए इलेक्ट्रिक बोगी शंटर। मुख्य रूट या डिपो के अंदर ट्रेन के डी रेल होने की स्थिति में मेट्रो को वापस ट्रैक पर लाने के लिए री-रेलिंग एंड रेस्क्यू व्हीकल आदि अत्याधुनिक मशीनों होंगी।