21 सौ बसें जाएंगी अयोध्या
कनपुर की दस विधानसभा क्षेत्रों से करीब 21 सौ बसें अयोध्या के लिए कूच करेंगी। जिले से करीब 40 हजार रामभक्तों के राननगरी पहुंचने की जानकारी मिल रही है। आरएसएस, विहिप, बजरंग दल के साथ ही बीजेपी के पदाधिकारी, मंत्री, सांसद, विधायक व पार्षद पिछले पंद्रह दिनों से अयोध्या में जाने के लिए जुटे हैं। इस दौरान कार्यकर्ता लोगों के घर-घर जाकर युवाओं को भगवान राम की नगरी चलने का न्योता दे रहे हैं। नवीन पंडित बताते हैं कि पहले मैं रामभक्त हूं, फिर पार्षद। मेरे जैसे हजारों लोगों ने रामलला के लिए पूरा जीवन लगा दिया। पर अब वक्त आ गया है। रामलला का मंदिर अब बनकर रहेगा। हमें अब कोई नहीं रोक पाएगा।
एटिक्व मूड में आरएसएस
धर्मसभा के लिए संघ की सक्रियता भीड़ जुटाने से लेकर सभा के आयोजन तक के हर स्तर पर है। अयोध्या के अब तक के आंदोलनों में विहिप आगे रही है। संघ पीछे से ताकत देता रहा है। इस बार हालात बदले हुए है। संघ न सिर्फ सामने है बल्कि प्रबंधन की पूरी जिम्मेदारी संभाल रहा है। विहिप सहयोगी भूमिका में है। अयोध्या आंदोलन पर नजर रखने वाले प्रदीव तिवारी बताते हैं, पहले मंदिर निर्माण पर सर संघचालक मोहन भागवत का बयान आया। अब अयोध्या की धर्मसभा के आयोजन की बागडोर संघ ने अपने हाथों में ले ली है। संघ के सरकार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी ने अयोध्या पहुंच कर तैयारियों को परखा है। एक माह पहले कानपुर के साउथ में एक होटल में सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय ने बैठक की थी। इस दौरान उन्होंने राममंदिर निर्माण पर उनकी राय जानी थी और विहिप के कार्यक्रम में जाने के लिए लोगों से कहा था।
इसके बाद मंदिर निर्माण
बीजेपी पार्षद नवीन पंडित ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए 25 नवंबर को अंतिम धर्मसभा हो रही है। इसके बाद धर्मसभा नहीं होगी। मंदिर का निर्माण होगा। संपूर्ण हिंदू समाज अयोध्या पहुंचे। इसके पहले कानपुर में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी कहा था कि जो रामभक्त होगा वो अयोध्या जाएगा। साथ ही बीजेपी के पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि खुलकर तो बोलने में कमराते हैं, पर अंदरखाने आरएसएस की मुहिम को मजबूत करने के लिए पूरी टीम को लगाया हुआ है। हरजिले के पदाधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा लोगों को अयोध्या ले जाने के लिए टारगेट दिया गया है।
भोजन का खुद करें इंतजाम
नवीन पंडित ने बताया कि धर्मसभा में पहुंचने वाले रामभक्तों से कहा गया है कि वो अपने साथ भोजन लेकर आएं। लोगों को 24 की दोपहर से 25 नवंबर की सुबह तक अयोध्या भेजने की जिम्मेदारी हमलोगों को दी गई है। लोग 24 नवंबर की रात से ही अयोध्या पहुंचने लगेंगे। लोगों को वाट्सएप और एसएमएस के जरिए तालमेल बनाए रखने कहा गया है। नवीन पंडित कहते हैं कि रामलला के लिए तीसरी बार कूच कर रहे हैं एक बार गोलियों के बीच से किसी तरह बच गए। दूसरी बार गए तो पुलिस ने दबोच लिया। कानपुर के 50 से ज्यादा रामभक्तों को पुलिस ने पकड़ लिया। एक सप्ताह का भोजन नहीं दिया। बावजूद हमारे हौसले कम नहीं हुए। वही वक्त फिर से आ गया है। पर अब वहां गोली नहीं चलेगी, जबकि हमारी आगवानी होगह।