तो अपने आप हो जाएंगे मुंह बंद
पूर्व गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद ने कहा कि कुछ नेता कहते हैं कि जब-जब चुनाव आते हैं तब-तब श्रीराम की याद बीजेपी को आने लगती है। ऐसे नेताओं का मुंह बंद कराने का वक्त आ गया है। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग करते हैं कि देश के करोड़ों लोगों प्रिय भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण का जल्द से जल्द फैसला लें। पूर्व गृह राज्यमंत्री ने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फैसला लेंगे। उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण के मामले को न्यायालय ने गंभीरता से नहीं लिया। ऐसा लगता है जैसे न्यायालय अपनी जिम्मेदारी से बच रहा है। इसी के चलते अब सरकार को फैसला करना होगा।
यह काम न्यायालय का नहीं है
स्वामी चिन्मयानंद ने बताया कि शानिवार को दिल्ली में 5000 संत इसीलिए इकट्ठा हो रहे हैं और वह सभी केंद्र सरकार से मंदिर निर्माण की बात करेंगे। जब उनसे पूछा गया कि क्या मुस्लिमों की ओर से विरोध की स्थिति बन सकती है? तो उन्होंने कहा कि आम मुस्लिम झगड़ा खत्म करना चाहता है। जिन मुस्लिमों और मौलवियों को राजनीति करनी है वी इस मामले का विरोध जता सकते हैं। उन्होंने साफतौर से कहा कि अब इस मामले में सामाजिक सौहार्द की जरूरत है। स्वमी ने कहा कि 95 फीसद मुस्लिमों को मंदिर निर्माण से कोई मतलब नहीं और न ही वे विरोध करना चाहते हैं पर जिनकी दुकानें इन्हीं मुद्दों पर चल रही हैं वही उल्टी-सीधी बातें करते हैं। उन्होंने कहा कि यह काम न्यायालय का नहीं है, इसे केंद्र सरकार को देखना चाहिए।
जनता पीएम मोदी पर करती है भरोसा
स्वामी चिन्मयानंद ने कहा कि लोकसभा चुनाव के वक्त देश की जनता ने दिल्ली की कुर्सी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बैठाया था। जनता को विश्वास था कि वो कश्मीर, राममंदिर और भ्रष्टाचार को खत्म कर देंगे। पिछले साढ़े चार साल के दौरान कश्मीर और भ्रष्टाचार पर मोदी सरकार कुछ हद तक कामयाब रही, पर राममंदिर को लेकर रणनीति नहीं बनाई। कोर्ट में तारीख-पे-तारीख मिल रहीं हैं। विरोधी दल बीजेपी पर आरोप लगा जनता को भड़का रहे हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस तीसरे मुद्दे का हल कर देना चाहिए। स्वमी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता जस के तस आज भी है। लोग उन पर विश्वास करते हैं। 2019 में फिर से मोदी सरकार सत्ता में आएगी।