नाई की दुकान या ब्यूटी पार्लर पर कोरोना संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है। दोनों ही व्यवसाय ऐसे हैं जिसमें इस्तेमाल किए जाने वाले सभी उपकरण चेहरे से जुड़े रहते हैं। यह उपकरण आने वाले सभी ग्राहकों के चेहरे पर इस्तेमाल किए जाते हैं। ब्रश से लेकर तौलिया भी कई अलग-अलग लोगों के चेहरे पर इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में अगर एक भी संक्रमित ग्राहक दुकान या पार्लर पर आया तो दुकानदार या पार्लर संचालिका सहित उसके संपर्क में आने वाले बाकी ग्राहक भी संक्रमित हो सकते हैं। ऐसे में होम सर्विस ज्यादा सुरक्षित है। इससे दुकान या पार्लर पर भीड़ नहीं होगी और साथ ही इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों को सेनेटाइज करने का भी मौका मिलेगा। घरों पर काम कराने से तौलिया भी लोग अपना ही इस्तेमाल करेंगे।
सौदर्य उत्पादों की डिस्पोजल किट का इस्तेमाल भी संक्रमण को बढऩे से रोकेगा। ब्यूटी पार्लर संचालिकाओं का मानना है कि ग्राहक पहले से जागरूक हो चुके है और ज्यादातर लोग घर पर ही सौंदर्य उत्पाद के नए पैक मंगाते हैं, या घर पर ही पूरी किट रखना पसंद करते हैं, जो केवल उन पर ही इस्तेमाल होता है। ऐसे में ब्यूटीशियन का काम केवल सेवा देना रह जाता है और उन्हें उसी का पैसा मिल जाता है। सौंदर्य उत्पादों के एक बार में एक ही ग्राहक पर इस्तेमाल के चलन ने डिस्पोजल सौंदर्य उत्पादों की किट का चलन बढ़ा दिया है। इससे कम खर्च में भी काम चल जाता है।
इसी माह की २२ तारीख को वट सावित्री का पूजन होना है। शुक्रवार को होने वाले इस त्योहार में भी सुहागिन महिलाएं करवा चौथ की तरह ही पूरा श्रंृगार करती हैं। जिसमें हाथों पर मेंहदी लगवाने से लेकर फेशियल और फुल मेकअप की मांग बढ़ गई है। त्योहार में केवल दो दिन शेष बचे हैं। इसे देखते हुए महिलाओं में मेकअप की होड़ मची है, जिस कारण ब्यूटीशियन के पास काम बढ़ गया है। इससे अच्छी बात यह हुई कि दो महीने से खाली हाथ बैठे ब्यूटीशियन को अचानक भारी काम मिल गया है। दो महीने की कसर दो दिन में भी पूरी हो सकती है।