इन हालातों में मिले बच्चे कानपुर देहात के अकबरपुर थाना प्रभारी तुलसीराम पांडेय शाम के समय अकबरपुर कस्बे में गश्त पर निकले थे। उसी दौरान एक कमरे से बच्चों के रोने की आवाज आ रही थी और घर के बाहर ताला पड़ा था। मामले को गम्भीरता से लेते हुये तत्काल थाना प्रभारी उस घर पर पहुँचे। कोतवाल ने ताला तोड़कर जब अन्दर देखा तो भूख प्यास से बच्चे बिलख रहे थे। बच्चों की यह हालत देखकर प्रभारी निरीक्षक की आंखे छलक आईं। खुद को संभालते हुये उन्होंने तीनों बच्चों को अपने कलेजे से लगा लिया और उनके माॅ बाप की तलाश शुरू कर दी। बच्चों ने बताया कि मां बाप में झगड़ा हुआ था और गुस्से में दोनों घर से चले गये और बाहर से ताला लगा दिया था। लिहाजा पुलिस ने बच्चों के माता पिता की खोज के साथ ही बच्चों की देखभाल की जिम्मेदारी भी स्वयं ले ली और तीन दिनों तक अकबरपुर कोतवाल तुलसीराम पांडे ने बच्चों को अपने बच्चों की तरह पाला पोसा।
फिर इस तरह किया बच्चों को पिता के सुपुर्द इस दौरान बीते दिन बच्चों के पिता कोतवाली पहुंचे और बच्चों को अपने साथ रखने की बात कही तो सभी पुलिस कर्मी मायूस हो गये। रुंधे गले से कोतवाल ने बच्चों को पिता के सुपुर्द कर दिया। पुलिस के इस मानवीय चहरे की लोगों ने जमकर तारीफ की और पुलिस के इस सराहनीय कार्य को देख कस्बे के लोगो ने पुलिस कर्मियों को सम्मानित करने की बात कही है। वहीं अकबरपुर पुलिस क्षेत्राधिकारी संदीप सिंह ने बताया कि अकबरपुर कोतवाल द्वारा बहुत ही सराहनीय कार्य किया गया है। इससे पहले भी वो कई बार इस तरह के सराहनीय कार्य कर चुके हैं। तुलसीराम अक्सर ड्यूटी के साथ-साथ स्कूल जाकर बच्चों को पढ़ाते और उनके हौसले को बढ़ाते है, जो कि दूसरों के लिये एक नजीर है।