दो चौराहों पर व्यवस्था शुरू
कानपुर महानगर को स्मार्ट सिटी घोषित होने के बाद अब सभी चौराहो पर रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन कैमरे लगाए जा रहे हैं। जिसकी शुरूआत विजय नगर और बड़ा चौराहा पर हो गई। यहां रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन (आरएलवीडी) कैमरों के जरिए लाल बत्ती क्रास करने वालों समेत हर तरह के यातायात नियम के उल्लंघन पर ऑनलाइन चालान काटे जाएंगे। एसएसपी अनंत देव तिवारी ने बताया कि अभी दो प्रमुख चौराहो पर कैमरे लगाए गए हैं। जल्दी ही शहर के सभी चौराहों पर कैमरे लगा दिए जाएंगे। जिससे यातायात नियमां का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई करना काफी आसान हो जाएगी।
क्या है आईटीएमएस
इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम(आईटीएमएस)विश्व की आधुनिकतम ट्रैफिक व्यवस्था। ट्रैफिक कंट्रोल की यह बेहद सुविधाजनक प्रणाली है, जो विश्व में तेजी से लोकप्रिय हो रही है। इंदौर एवं दिल्ली में इसका इस्तेमाल शुरू हो चुका है। आईटीएमएस के अंतर्गत सड़कों पर सीसीटीवी, मोशन सेंसर कैमरे लगाए जाएंगे।. इस व्यवस्था के तहत जो भी व्यक्ति ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करेगा उसका चालान उसके घर पर पहुंच जाएगा। इसके साथ ही सड़क मार्ग से गुजरने वाले अपराधियों को पकड़ने में भी आसानी होगी। क्योंकि कैमरों से लैस चौराहों से अपराधी अपने चेहरे नहीं छुपा पाएंगे।
सडक पर नजर
इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) ट्रैफिक की पूरी व्यवस्था सीसीटीवी कैमरे पर आधारित होगी। इसे एक स्थान पर बैठकर संचालित किया जाएगा। सीसीटीवी कैमरे से हर सड़क पर होने वाले वाहनों की आवाजाही पर न केवल निगाह रखी जाएगी, बल्कि इमर्जेंसी में उसे रोकना या डायवर्ट करना, एम्बुलेंस को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए पल भर में ‘ग्रीन कॉरीडोर’ तैयार किया जा सकेगा। आपत्कालीन परिस्थितियों, वीवीआईपी की मूवमेंट, रोड एक्सीडेंट और एम्बुलेंस को संबंधित अस्पताल, नर्सिंग होम तक पहुंचाने के लिए रोड खाली करने, ट्रैफिक बंद करने या उसे डायवर्ट के लिए यक कारगर हथियार साबित होगा।
अनेक सुविधाएं
अपराध जन्य परिस्थिति या लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ने पर सीधे प्वाइंट पर पुलिस बल या अन्य तरह की मदद पहुंचाना आसान होगा। मोशन सेंसर कैमरे से ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों के नंबर प्लेट सीधे रिकार्ड हो जाएंगे। लाल बत्ती की अवहेलना, निर्धारित से अधिक रफ्तार से वाहन चलाने, ट्रैफिक नियमों की अवहेलना करने वाले वाहन मालिक को ई चालान उनके घर भेजे जाएंगे। दुर्घटना होने की स्थिति में आटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर के आधार पर वाहन मालिक के निवास पर सूचना भेजी जा सकेगी। इसी प्रकार पुलिस या एम्बुलेंस को मौके पर भेजकर प्रभावित को मदद पहुंचाई जाएगी।