इस बार राशन कार्ड ने संतोष को गायब कर दिया। फिलहाल इस समस्या को लेकर उपभोक्ता ने डीएम से लेकर सीएम तक शिकायत की, लेकिन अभी तक निराकरण नहीं हुआ। उधर अफसर कह रहे हैं कि सॉफ्टवेयर की गलती है। होमगार्ड संतोष सिंह ने राशन पाने और कार्ड सुधरवाने के लिए 10 महीने में कई चौखट के चक्कर लगा डाले। वह डीएम, राशन कार्यालय और सांसद सत्यदेव पचौरी तक गुहार लगा चुका है। सभी ने आश्वासन दिया फिर भी उसका राशन कार्ड ठीक नहीं किया गया।
जिला पूर्ति अधिकारी अखिलेश श्रीवास्तव ने बताया कि सॉफ्टवेयर की कमी की वजह से राशन कार्ड में फीड की जा रही जानकारियां अपडेट नहीं हो पा रही हैं। बार-बार नाम अन्य कार्ड में जुड़ रहे हैं। 1 जनवरी 2020 से एक देश एक राशन कार्ड की योजना आई है। अगर इनके नाम का कहीं और राशन कार्ड बना होगा तो दिक्कत आएगी। शिकायत पर जांच कराई जा रही है।