सिरोही: निरीक्षण में स्कूलों की खुली पोल, पढ़ाई का स्तर मिला कमजोर
कानपुरPublished: Feb 04, 2017 10:13:00 am
उपनिदेशक के निरीक्षण में सामने आई बच्चों की शैक्षिक स्थिति
सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों का सालभर का इम्तिहान मार्च महीने से शुरू हो जाएगा, लेकिन जिले की शैक्षणिक स्थिति पर नजर डाले तो स्थिति बेहद निराशाजनक है। कुछ ऐसा ही सामने आया है पाली माध्यमिक शिक्षा के उपनिदेशक भरतकुमार मेहता के निरीक्षण में। उन्होंने जिले के तीन राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों का निरीक्षण किया। इस रिपोर्ट पर गौर करें तो बच्चों की शैक्षिक स्थिति बहुत कमजोर मिली। उपनिदेशक ने पाड़ीव, खाम्बल, चूली के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि संस्था प्रधान बच्चों के पढ़ाई का स्तर सुधरे इसके लिए मेहनत तो कर रहे है, लेकिन इसके अनुरूप बच्चों का स्तर सुधर नहीं रहा है।
पेड़ के नीचे नन्हों की पढ़ाई
समीपवर्ती खाम्बल राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में उपनिदेशक के निरीक्षण के दौरान कमरों के अभाव में कक्षा एक से पांच के विद्यार्थी पेड़ तले बैठे मिले। जिस पर उन्होंने प्रधानाचार्य शंकरलाल को विद्यार्थियों के बैठने की सही व्यवस्था करने के निर्देश दिए। पाड़ीव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कक्षा बारहवीं के विद्यार्थियों का शैक्षिक स्तर जांचा। साथ ही छात्रों को कम्प्यूटर शिक्षा देने के बारे में कहा। विद्यालय मरम्मत के दौरान बाहर बैठ रहे विद्यार्थियों को दरी पर बैठाने की व्यवस्था करने के प्रधानाचार्य शशी मीणा को निर्देश दिए। खाम्बल में निरीक्षण के दौरान नोडल अधिकारी मनोहरसिंह उदावत साथ थे।
शिक्षा अधिकारी नहीं करते निरीक्षण
निरीक्षण में एक बात भी स्पष्ट हुई है कि सिरोही के माध्यमिक शिक्षा के जिला अधिकारी स्कूलों का निरीक्षण ही समय पर नहीं करते है। ऐसे में स्कूलों की शैक्षणिक स्थिति में भी सुधार नहीं हो रहा है। इसको लेकर उपनिदेशक ने बताया कि स्कूलों का समय पर निरीक्षण के लिए शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए है।