एक साल पहले संभाला था चार्ज
इंस्पेक्टर तुलसी राम पांडेय ने लगभग एक साल पहले मंगलपुर थाने का चार्ज संभाला था । अपने सरल और सौम्य स्वाभाव की वजह से उन्होने लोगों के दिलों में जगह बना ली। इनके कार्यकाल के दौरान जहां कानपुर जोन का ये थाना सबसे कम अपराध वाला बना तो वहीं वांटेड अपराधियों को इंस्पेक्टर तुलसीराम पांडेय ने गिरफ्तार कर जेल भेजा। साथ ही भटके युवकों को अपराध छोड़ समाज की मुख्यधारा में आने के लिए जगारूकता अभियान चलाया। गरीब की बेटी के घर बिना बुलाए पहुंच जाते और जो अपनी वेतन से कुछ न कुछ समान वधू को देते।
नहीं धंधकी शराब की भठ्ठियां
पिछले साल रसूलाबाद के अलावा मंगलवार थानाक्षेत्र में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हो गई थी। इसी के चलते एसपी ने मंगलपुर थाने का चार्ज तुलसीराम पांडेय को दिया। उन्होंने जनता के बीच जाकर इस जहर को जड़ से मिटाने के लिए काम किया। जनता से सीधे जुड़े होने के चलते पांडेय ने मंगलवार थानाक्षेत्र के आसपास के गांवों में शराब की भठ्ठियां पूरी तरह से बंद करवाई थीं। ग्रामीण बताते हैं कि पांडेय रात को गांव में आते और जहरीली शराब के खिलाफ हमें खुद खड़े होने के लिए प्रेरित करते। आज के वक्त इस थानाक्षेत्र में एक भी शराब की अवैघ भठ्ठी नहीं मिलगी।
बच्चों को पहुंचाते थे स्कूल
इंस्पेक्टर तुलसीराम पांडेय की गरीबों की मदद की करना उनकी आदत में शुमार था । इसके साथ ही गरीब बच्चो को खाना , कपड़ा और स्कूल की फीस जमा करते थे । ग्रामीण बताते हैं कि थानेदार साहब, अपनी वेतन से गरीब बच्चों के लिए किताबें और ड्रेस की व्यवस्था कराते थे। सड़क पर बच्चा यदि कबाड़ बीनते य दुकानों में काम करते मिल जाते तो उनका सरकारी स्कूल में जाकर दाखिला कराते। पांडेय ने एक साल के अंदर मंगलपुर की तस्वीर बदल दी। शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता के लिए वो ग्रामीणों के साथ चौपाल लगाते।
रसूलाबाद का संभाला चार्ज
बतादें कानपुर देहात के एसपी अनुराग वत्स ने बीते गुरूवार को 15 थानेदारों का ट्रांसफर किया था । जिसमें तुलसी राम पांडेय का मंगलपुर थाने से रसूलाबाद थाने में ट्रांसफर कर दिया गया। अपने चहेते थानेदार को स्थानीय लोगो ने उन्हे बग्घी में दुल्हे की तरह बैठाकर बैंड बाजे साथ नाचते गाते विदाई दी । उनकी बग्घी के पीछे सैकड़ो गाड़ियों का काफिला था । इसके साथ ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। गांव की कुछ बच्चियों ने उन्हे फूल देकर सम्मान किया तो बदले में इंस्पेक्टर ने उनसे कहा कि ऐसे ही मन लगाकर पढ़ना और आगे चलकर देश की सेवा करना।