यह चक्रवातीय तूफान का ही असर है कि अब उत्तर प्रदेश की पछुवा हवा में थोड़ी नमी आनी शुरू हो गई है। आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार दो दिन बाद उत्तर प्रदेश के मौसम पर इस चक्रवातीय तूफान का असर पड़ना शुरू हो जाएगा।
गुजरात में सौराष्ट्र व कच्छ होते हुए यह पूर्वी राजस्थान के रास्ते उत्तर प्रदेश में दाखिल होगा। इसके असर के चलते उत्तर प्रदेश में 18 जून को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में और फिर 19 जून को पूरे उत्तर प्रदेश में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलेगी, साथ ही बारिश भी होगी। इसके बाद 20 जून को भी बारिश के आसार हैं।
इसी बीच पूर्वी बिहार के रास्ते दक्षिणी-पश्चिमी मानसून उत्तर प्रदेश में दाखिल होने के लिए भी स्थितियां अनुकूल बन रही हैं। उन्होंने बताया कि समुद्री इलाके में मिल रही नमी से चक्रवातीय तूफान का असर प्रचण्ड रहेगा। मगर जैसे ही यह कच्छ और राजस्थान की जमीनी सतह पर आएगा। इसे नमी मिलना बंद हो जाएगी और फिर यह यूपी पहुंचते-पहुंचते कमजोर पड़ने लगेगा।