आपको बता दें कि बीते दिनों कानपुर देहात के अकबरपुर में अवैध अस्पताल में उपचार के दौरान महिला की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग के अफसर हर रोज ताबड़तोड़ छापेमारी में लगे हुए हैं। इसी के चलते सीएमओ डॉ. हीरा सिंह ने अकबरपुर शहर के कोतवाली के निकट संचालित गणेश हास्पिटल में औचक छापेमारी की। मौके पर एक भी प्रशिक्षित डॉक्टर मौजूद नहीं था। हास्पिटल में कथित मैनेजर बाबू, ट्रेनी जीएनएम अनुपम व ट्रेनी फार्मासिस्ट निधा सचान उपस्थित थे। पूंछतांछ में उक्त अस्पताल कर्मी सीएमओ को डॉक्टर न होने के बावत समुचित जवाब नहीं दे सके।
इसी दौरान अकबरपुर कस्बा निवासी रिजवाना मुर्सरथ ने सीएमओ को बताया कि उन्होंने परिजन महिला को प्रसव के लिए 11 जुलाई को शाम पांच बजे गणेश हास्पिटल में भर्ती कराया था। प्रसव पीड़ा होने पर कोई भी डॉक्टर नहीं था। इस पर अस्पताल की महिला स्टॉफ कर्मियों ने प्रसव कराया। इसके बाद प्रसूता की तकलीफ बढ़ गई। प्रसव के बाद रात में किसी चिकित्सक से संपर्क किया गया, लेकिन उचित समाधान न मिलने पर अस्पताल कर्मियों ने तीमारदार को ही उल्टा डपट दिया।
आरोप लगाया कि हास्पिटल में भर्ती अन्य मरीजों ने भी परेशानी होने की शिकायत की, लेकिन कोई समाधान नहीं हो सका। तीमारदार ने भर्ती मरीज के साथ अनहोनी पर अस्पताल प्रबंधन की जिम्मेदारी ठहराई है। निजी अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं पर सीएमओ भी हैरत में पड़ गए। इसके बाद संतुष्टि हास्पिटल पहुंचे सीएमओ को मौके पर ताला लगा मिला। गणेश हास्पिटल में मौके पर एक भी डॉक्टर मौजूद नहीं था। सीएमओ डॉ हीरासिंह ने बताया कि तीमारदार ने बिना चिकित्सक के ही स्टॉफ कर्मियों द्वारा प्रसव कराने की लिखित शिकायत दी है। यह गंभीर मामला है। नोटिस जारी कर पंजीयन निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी।