जीका वायरस गर्भस्थ शिशु का न्यूरो सिस्टम करता प्रभावित दरअसल कानपुर नगर में डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छर (Aedes Mosquito) अधिक संख्या में हैं और एडीज मच्छर से ही जीका वायरस (Zika Sankraman) का संक्रमण फैलता है। बताया गया कि गर्भस्थ शिशुओं में जीका वायरस के संक्रमण से सबसे बड़ा खतरा होता है। क्योंकि यह संक्रमण अगर मां को हो गया तो इसका संक्रमण आसानी से शिशु के शरीर में पहुंच जाता है। इसके बाद वायरस शिशु के न्यूरो सिस्टम को प्रभावित कर देता है। इसके प्रभाव से बच्चे का सिर छोटा हो जाता है। कोशिकाएं नहीं बन पाती और उसके स्पाइनल कॉर्ड में सूजन आ जाती है, जिससे उसका मस्तिष्क प्रभावित होता है।
गर्भवती महिलाओं से ली जा रही बुखार की जानकारी इसके चलते विशेष तौर पर जच्चा-बच्चा अस्पताल में आने वाले प्रत्येक गर्भवती से बुखार की हिस्ट्री पूछी जा रही है। उसकी डायग्नोसिस में बुखार का विशेष कॉलम हो गया है। जीएसवीएम मेडिकल कालेज की स्त्री रोग विभागाध्यक्ष प्रोफेसर किरन पांडेय ने बताया कि अभी तक किसी महिला की जीका की जांच नहीं हुई है। इससे बुखार के आधार पर सतर्कता बरती जा रही है। इसके अलावा अगर किसी में जीका के लक्षण मिले तो उसकी जांच भी कराई जाएगी।