स्टेशन अधीक्षक गजानंद गुप्ता व स्टेशन मास्टर अशोक शर्मा ने बताया कि केरल से शनिवार रात 9 बजे त्रिवेंद्रम सेंट्रल-हिण्डौनसिटी श्रमिक स्पेशल ट्रेन राजस्थान के 28 जिलों के1644 प्रवासियों को लेकर रवाना हुई। ट्रेन में सर्वाधिक करौली जिले के प्रवासी यात्री होने से ट्रेन को जयपुर से हिण्डौनसिटी तक भेजा गया है।
त्रिवेंद्रम से हिण्डौन के बीच मारवाड़ जंक्शन पर ठहराव किया गया। जहां 266 प्रवासियों को उतारा गया। देर शाम 7.40 बजे जयपुर से रवाना होकर रात करीब साढ़े 10 बजे श्रमिक स्पेशल ट्रेन हिण्डौन सिटी पहुंची। जहां राजकीय चिकित्सालय के कोविड केयर सेंटर की टीम ने सोशल डिस्टेंसिंग से यात्रियों की जांच कर स्टेशन से बाहर बसों तक पहुंचाया। इस दौरान उपजिला कलक्टर सुरेश कुमार यादव, आयुक्त प्रेमराज मीणा, एनयूएलएम के प्रभारी सत्येंद्र पाराशर, रेलवे के डीसीएम परजीत सैनी, सहित कोटा मण्डल सहित स्थानीय रेलवे अधिकारी मौजूद रहे।
जिले बाइज उतारे प्रवासी यात्री- श्रमिक स्पेशल ट्रेन से रेलवे अधिकारियों ने सोशल डिस्टेंसिंग की पालना में एनाउंस कर जिले बाइज यात्रियों को उतारा। ऐसे में प्लेटफार्म पर मेडिकल जांच काउंटर के दोनों तरफ प्रवासियों की लम्बी कतार लग गई। आरपीएफ के गोर्धनसिंह व वाणज्यिक विभाग के सीटीआई स्टाफ ने बेरिकेड्स लगा प्रवासियों की निकासी कराई।
यात्रियों को बांटे भोजन पैकिट- नगर परिषद में भामाशाहों द्वारा संचालित जनता की रसोई से श्रमिक ट्रेन से आए प्रवासियों को भोजन के पैकेट व पानी की बोलतें वितरित की गई। जनता की रसोई के संचालक मनीष बंसल व वर्धमान जैन ने बताया कि स्टेशन से बाहर निकलने के दौरान यात्रियों को भोजन के पैकिट दिए गए। 1378 यात्रियों, उनके बच्चों व व्यवस्था में जुटे सुरक्षा व वाहन कर्मियों सहित पूडी-सब्जी के 1800 पैकिट का वितरण किया गया।
हिण्डौन में उतरे ये प्रवासी- रेलवे सूत्रों के अनुसार हिण्डौनसिटी रेलवे स्टेशन पर कुल 1378 प्रवासी श्रमिक उतरे। इनमेंं करौली जिले के 704, धौलपुर के 273,भरतपुर के 149,अलवर के 58, चूरू के 33, दौसा के 15, सवाईमाधोपुर के 110 तथा अन्य स्थानों के 36 यात्री उतरे। जिन्हें प्रशासन ने बसों से गृह नगर तक पहुंचाया।