दोपहर में समारोह में आयोजन समिति सदस्य व ग्रामीण मुख्य द्वार से बैण्ड बाजे की अगुवाई में अतिथियों को मंच तक लाए। जहां पर अतिथियों ने मां सरस्वती चित्रपट के समक्ष दीप प्रज्वजित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सर्व समाज के लोगों ने मंंत्री व विधायक का 21 किलो वजनी फूलों की माला पहना साफा बांध कर स्वागत किया। प्रदेश के विभिन्न जिलों से आई टीमों ने मार्च पास्ट कर अतिथियों का सलामी दी।
मुख्य अतिथि ने खेल ध्वज को चढ़ा कर प्रतियोगिता के उद्घाटन की घोषणा की। मार्च पास्ट में प्रथम रही हनुमान गढ़ टीम के कप्तान व दलाधिपति को मंत्री व विधायक ने शील्ड दे पुरस्कृत किया। समारोह में मंत्री मीणा ने कहा कि निर्णायक सदस्य निष्पक्ष रह मैचों का आयोजन कराएं। जिससे खिलाडिय़ों में हीन भावना नहीं आए। वहीं खिलाड़ी भी बेहतर खेल कौशल प्रदर्शन कर जीत का प्रयास करें। मीणा ने हॉकी के हीरो मेजर ध्यानचंद को बारे में भी बताया। विधायक ने खिलाडिय़ों को खेल की भावना से खेलने की बात कही।
प्रतियोगिता संयोजक वेद प्रकाश शर्मा व राउमावि के प्रधानाचार्य गोपाल सिंह डागुर ने बताया कि प्रतियोगिता में आई कुल 50 टीमों में छात्रों की २८ एवं छात्राओं की 22 टीम भाग हैं। तीन खेल मैदानों मैच होंगे। जटनगला के नवोदय विद्यालय में छात्राओं के मैच होंगे जबकि राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय के दो मैदानों पर छात्रों के मैच कराए जाएंगे। उद्घाटन समारोह के बाद हुए मैच में हनुमानगढ़ ने कोटा को पराजित किया। वहीं करौली ने बूंदी को मात दे शुरुआती जीत दर्ज की।
नियमों की अनदेखी पर रोष, सौंपा ज्ञापन
सूरौठ. राज्य स्तरीय हॉकी प्रतियोगिता में प्रतियोगिता समिति की टीमों के ड्रॉज में नियमों की अनदेखी पर उदयपुर की टीम ने नाराजगी जाता प्रदर्शन किया। साथ ही सयुक्त निदेशक व शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों के नाम खेल प्रभारी को ज्ञापन सौंपा।
उदयपुर टीम प्रबंधक घनश्याम खटीक ने बताया कि गत वर्ष श्रेष्ठ रही आठ टीमों को अलग पूलों में रखना था। लेकिन दो टीमों को एक पूल में ही रख दिया। जिससे उनकी टीम उदयपुर को पहले दौर में ही हार पड़ा। इससे नाराज होकर खिलाड़ी छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही प्रतियोगिता के नियमों की अनदेखी का आरोप लगाया।