54 करोड़ में से सिर्फ साढे तीन करोड़ मिले
सरकार ने मासलपुर में स्टोन पार्क निर्माण के लिए ५४ करोड़ १० लाख रुपए का प्रोजेक्ट मंजूर किया लेकिन इस राशि में से अभी तक 3 करोड़ ५० लाख रुपए ही रीको को मिले हैं। इस बजट से पार्क की भूमि को समतल कराने. चारदीवारी और प्लॉटों का चिन्हीकरण ही हो पाया है। इस प्रोजेक्ट में चार ब्लाकों का निर्माण कराया गया है। शेष निर्माण कार्य बजट मिलने के बाद कराने की योजना है। बजट मिलने पर बिजली, पानी, कार्यालय तथा सुविधाओं का विकास होना है।
क्या है स्टोन पार्क
करौली जिले में बहुतायत पत्थर खनन का काम होता है। यहां का पत्थर दूसरे जिले में जाकर अच्छे दामों में बिकता है। इस कारण पत्थर व्यवसाय को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए सरकार ने वर्ष २०१२ में स्टोन पार्क स्वीकृत कर भूमि अवाप्त कर ली। इस पार्क में प्रथम चरण में ४६ भू-खण्ड़ों का आवंटन किया जाना है। यहां से व्यवसायी पत्थर व्यवसाय करेंगे। इसमें पत्थर की नक्काशी, घिसाई, कटिंग आदि के प्लांट लगाए जाएंगे। इनके परिवहन की सुविधा भी विकसित होगी। इससे व्यवसाय को बढ़ावा मिलने, क्षेत्र के विकास होगा तथा जीवन स्तर में सुधार होने की उम्मीद की जा रही हैै। स्टोन पार्क शुरू होने पर मजदूरों की दशा भी बदल जाएगी क्योंकि उन्हें सरकार के मापदण्ड़ों के अनुसार मजदूरी तथा सुविधाएं मिलती।
भू-खण्ड आवंटन की कवायद
स्टोन पार्क के प्रथम चरण के कार्य पूरे हो गए हैं, उद्यमियों को भू-खण्ड़ आवंटन की कवायद शुरू की गई है। अन्य चरण के कार्यबजट मिलने के बाद कराए जाएंगे। इसकी पत्रावली जयपुर मुख्यालय भेजी गई है।
बाबूलाल मीना क्षेत्रीय प्रबंधक रीको सवाईमाधोपुर।