शहीद के परिजन सुरेंद्र सिंह व केदार सिंह ने बताया कि राजन सिंह गुर्जर वर्ष 1961 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। वर्ष 1971 में हुए भारत और पाक के बीच हुए दूसरे युद्ध में राजन सिंह गुर्जर ढांका में 28 नवंबर 1971 को शहीद हो गए थे। परिजनों का कहना है कि शहादत को 50 साल बीतने के बाद भी शहीद की पत्नी वीरांगना सुरजो देवी को पेंशन के अलावा जमीन, सरकारी नौकरी, स्कूल का नामांकरण एवं शहीदों को देय सुविधा का सरकार से लाभ नहीं मिला है।
बाजौर स्थापित करा रहे शहीदों की प्रतिमा पटोदा./हिण्डौनसिटी
राÓय सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष रहे प्रेमसिंह बाजौर खुद के खर्चे पर शहीदों की प्रतिमाएं स्थापित करा रहे हैं। वे क्षेत्र के कांदरोली गांव के बाद अब खेड़ा ग्रामपंचायत की गुर्जरों की ढाणी में शुक्रवार को शहीद राजनसिंह गुर्जर की प्रतिमा स्थापित करेंगे। सितम्बर माह में बाजौर ने गांव कोडिया पहुंच को आईटीबीपी के शहीद शिवनारायण की प्रतिमा स्थाापित कराने की घोषणा भी की थी।
जानकारी के अनुसार बाजौर खुद के खर्चे पर शहीदों की प्रतिमाएं स्थापित करा रहे हैं। प्रदेश में करीब 1176 प्रतिमाएं स्थापित कराने का लक्ष्य है। इनमें आधा दर्जन शहीद प्रतिमाएं करौली जिले की हैं। अब तक करीब 575 प्रतिमाएं स्थापितकी जा चुकी हैं।