गौरतलब है कि अमृतं जलम् अभियान के तहत जलसेन में तीन दिन तक शहर के सैंकड़ों लोगों ने श्रमदान किया। पत्रिका के अभियान से जुडक़र जलसेन के लिए नगरपरिषद के सभापति अरविन्द जैन ने तालाब में जीर्णोद्धार कार्यों के लिए २५ लाख रुपए की घोषणा करते हुए एक समिति का गठन किया।
इस समिति की देखरेख में
कार्य कराए जाएंगे। समिति की ओर से बुधवार को जलसेन के कैचमेंट एरिया का अवलोकन किया गया तो पानी आवक के रास्तों में भू-जल संरक्षण विभाग की ओर से परिषद की बिना स्वीकृति के अवैध रूप से एनीकट निर्माण का मामला सामने आया।
इस पर परिषद के सभापति ने नाराजगी जताई। भू-जल संरक्षण के अधिशासी अभियंता आरके मीना ने भी माना कि एनीकट बिना स्वीकृति के निर्मित कराया है। ध्वस्त होंगे अवरोधक
यह मामला सामने आने के बाद गुरुवार को सुबह एक बार फिर समिति के पदाधिकारी, उपसभापति नफीस अहमद, भू-जल संरक्षण के एक्सईएन, जेईएन, नगरपरिषद के नगर नियोजक विनोद शर्मा, पार्षद दिलीप गुप्ता, मुकेश जैन, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष नरेश गुर्जर, रिटायर्ड रेंजर देवीशरण शर्मा, भाजपा जिला उपाध्यक्ष अनिल गोयल, कांग्रेस जिला महामंत्री रमाकांत पंडा, धीरेन्द्र चौधरी, खन्ना छापरिया, लक्ष्मण शर्मा,धीरज सोनी आदि मौके पर पहुंचे।
इस दौरान भू-जल संरक्षण के एक्सईएन आरके मीना ने कैचमेंट एरिया में बनाए गए एनीकट की दीवार को समतल किया जाएगा, ताकि जलसेन में पहुंचने वाला पानी अवरुद्ध नहीं हो। इस पर लोगों ने खुशी जताई।
इसी प्रकार जलसेन के पानी आवक के रास्तों पर एनीकट आदि अन्य अवरोधकों को भी हटाने की नगरपरिषद ने तैयारी कर ली है। ऐसे अवैध अवरोधकों को परिषद की ओर से आगामी दिनों में जेसीबी से ध्वस्त किया जाएगा। सभापति अरविन्द जैन ने बताया कि इसके लिए कार्ययोजना तय की गई है।